
आसनसोल। न्यूज़क्लिक के चीनी फ़ंडिंग के मामले पर कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुभाष अग्रवाला ने कहा कि शुक्रवार को (कैट) ने एडिटर्स गिल्ड ऑफ़ इंडिया को एक पत्र भेजकर न्यूज़क्लिक की चर्चित चीनी फंडिंग के मामले में कारवाई करने की माँग करते हुए कहा कि भारत की आर्थिक और राष्ट्रीय अखंडता के संरक्षन में के हितों को खतरे में डालने वाली असंतुलित घटना की तुरंत जाँच गिल्ड द्वारा करनी चाहिए ।

कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी सी भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा की ऐसे युग में जहां मीडिया की भूमिका अपनी पारंपरिक सीमाओं से आगे निकल गई है, राष्ट्र के मूल्यों और आकांक्षाओं के अनुरूप नैतिक पत्रकारिता की आवश्यकता सर्वोपरि है। जबकि हम लोकतंत्र के स्तंभ के रूप में पत्रकारिता की भूमिका को स्वीकार करते हैं, हमें राष्ट्रीय संप्रभुता की रक्षा में पत्रकारिता की अखंडता के महत्व को भी अक्षुण रखना चाहिए ।
भरतिया एवं खंडेलवाल ने कहा कि न्यूज़क्लिक के चीनी फंडिंग से जुड़े होने और चीनी दुष्प्रचार के आरोप बेहद चिंताजनक हैं। चीन की आक्रामक आर्थिक नीतियों और निष्पक्ष व्यापार प्रथाओं के प्रति उसकी उपेक्षा के भयावह इतिहास को देखते हुए, यह आवश्यक है कि भारत के भीतर काम करने वाले मीडिया आउटलेट हमारे देश के हितों और सिद्धांतों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध रहें।
दोनों नेताओं ने कहा की महामारी के दौरान गलवान संघर्ष में मिले घाव, जिसके परिणामस्वरूप कई भारतीय सैनिकों की दुखद क्षति हुई, हमारी सामूहिक स्मृति में ताजा बने हुए हैं। ऐसी प्रतिकूलताओं के सामने, हमारे राष्ट्र की एकता और संप्रभुता से समझौता नहीं किया जा सकता है। यह देखना बेहद निराशाजनक है कि न्यूज़क्लिक, एक ऐसा मंच है जिसे आदर्श रूप से हमारे राष्ट्रीय मूल्यों के अनुरूप काम करना चाहिए और हमारी संप्रभुता से समझौता करना चाहता है।
खंडेलवाल ने कहा की सटीक सूचना का प्रसार जिम्मेदार पत्रकारिता की आधारशिला है, और इस क्षेत्र में कोई भी संभावित समझौता राष्ट्रीय ताने-बाने के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। निष्पक्ष सूचना प्रसार के हितधारकों के रूप में, हम एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया से न्यूज़क्लिक के खिलाफ आरोपों पर विचार करने की अपील करते हैं।
कैट ने न्यूज़क्लिक के फंडिंग स्रोतों की गहन जांच का आग्रह करते हुए कहा की हम मीडिया संगठनों से यह सुनिश्चित करने के लिए सतर्क रहने का आग्रह करते हैं कि उनकी वित्तीय नींव पारदर्शी और बाहरी हितों से बेदाग रहे जो हमारी राष्ट्रीय अनिवार्यताओं के साथ संरेखित नहीं हो सकती हैं।
कैट भारत को लागत से भी कम मूल्य पर सामान अथवा सेवा देने से बचाने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ है। एक लचीली भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रति हमारा अटूट समर्पण हमारे देश की पहचान और संप्रभुता की रक्षा के लिए हमारी उत्कट प्रतिबद्धता से ही मेल खाता है।
कैट ने कहा की उम्मीद है कि यह पत्र गिल्ड को आत्मनिरीक्षण और कार्रवाई के लिए एक स्पष्ट आह्वान के रूप में कार्य करेगा। पत्रकारिता नैतिकता के संरक्षक के रूप में, हमें भरोसा है कि एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया इन चिंताओं की गंभीरता पर विचार करेगा और हमारे देश की अखंडता को खतरे में डालने वाले बाहरी प्रभावों से मुक्त, निष्पक्ष पत्रकारिता की पवित्रता को बनाए रखने के लिए आवश्यक उपाय करेगा।
