कोलकाता, 17 जून । दिल्ली की सत्तारूढ़ पार्टी आम आदमी पार्टी (आप) ने घोषणा की थी कि पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की मदद के लिए पार्टी के टिकट पर कोई भी उम्मीदवार नामांकन दाखिल नहीं करेगा। 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय स्तर पर ममता बनर्जी और केजरीवाल के बीच बेहतर तालमेल के लिए यह घोषणा की गई थी। लेकिन इसका बहुत अधिक असर देखने को नहीं मिला है। गुरुवार को राज्य में पंचायत चुनाव का नामांकन खत्म हुआ है और शुक्रवार को चुनाव आयोग की ओर से नामांकन का एक आंकड़ा जारी किया गया है। इसमें आम आदमी पार्टी के 13 उम्मीदवार हैं। इसे लेकर अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने भौहें तान ली है। पार्टी की रोक के बावजूद किसने आम आदमी पार्टी के सिंबल पर नामांकन दाखिल किया है इसकी खोज खबर शुरू कर दी गई है। आम आदमी पार्टी की बंगाल इकाई के सूत्रों ने बताया है कि राज्य चुनाव आयोग को एक पत्र दिया जा रहा है जिसमें पूछा जाएगा कि किन लोगों ने आम आदमी पार्टी के सिंबल पर नामांकन भरा है। ऐसे लोगों की सूची भी पार्टी की ओर से राज्य चुनाव आयोग से मांगी जाएगी। सूत्रों ने बताया है कि पार्टी ने स्पष्ट तौर पर पत्र जारी कर साफ कर दिया था कि कोई भी आम आदमी पार्टी के नाम पर चुनाव नहीं लड़ेगा। यह जिस राज्य में जो भी क्षेत्रीय पार्टी मजबूत है उसे मदद करने के विपक्षी एकता के फार्मूले के तहत फैसला किया गया था। लेकिन राज्य में जिन लोगों ने इसका पालन नहीं किया है उनके खिलाफ संगठनात्मक कार्रवाई भी होगी। सूत्रों ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर आम आदमी पार्टी प्रताड़ना का मामला भी पुलिस में कर सकती है।