जामुड़िया। राज्य में होने होने वाले पंचायत चुनाव के लिए प्रत्याशियों के नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया गुरुवार को समाप्त हो गया। इसके साथ विभिन्न राजनीतिक दलों के सदस्यों ने अपने अपने इलाके की दीवारों पर अपनी पार्टियों के प्रत्याशियों समर्थन नारे लिखकर अपने अभियान की शुरुआत कर दी है।आपको बात दे कि चुनाव आयोग की ओर से प्रदेश में पंचायत चुनावों के लिए 9 जून से नामांकन शुरु हुआ और चुनावी मैदान में उतरने के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 15 जून तक थी। जिसके बाद आठ जुलाई को मतदान किया जायेगा जो एक ही चरण में होगा और वोटो की गिनती 11 जुलाई को होगी। वही गुरुवार को पंचायत चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के बाद से ही प्रदेश के विभिन्न जगहों पर सभी राजनीतिक पार्टीयों के तरफ से अपने प्रत्याशियों के समर्थन मे जीत के लिए दिवार लेखन का कार्य शुरू कर दिया हैं इसी को देकते हुए शुक्रवार को जामुड़िया विधानसभा के अंतर्गत तपसी ग्राम पंचायत के अधीन कुनुस्तोड़िया मोड़ स्थित तपसी पंचायत क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के पंचायत समिति के प्रत्याशी जगरनाथ सेठ ने तृणमूल कांग्रेस समर्थकों के साथ तपसी ग्राम पंचायत से तृणमूल कांग्रेस पंचायत सदस्य के प्रत्याशियों माला मंडल, विजय चक्रबती, राजू मुख़र्जी, ईद मोहम्मद और पंचायत समिति के प्रत्याशी शिशिर मंडल के साथ जिला परिषद के प्रत्याशी लतिफा काजी के समर्थन में आगामी पंचायत चुनाव मे तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशियों की जीत के लिए दीवार लेखन कार्य किया गया। इस दौरान पंचायत समिति के प्रत्याशी जगरनाथ सेठ कहा कि पंचायत चुनाव के लिए नामांकन पत्र जमा करने का गुरुवार को अंतिम दिन था।तपसी अंचल के तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशियों के नामांकन जमा करने के बाद जिसको देखते हुए आज हम लोग कुनुस्तोड़िया मोड़ में दिवार लेखन कार्य शुरू किये है इसके बाद प्रत्येक बूथो में तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन दिवार लेखन किया जायेगा। चुनाव में समय बहुत कम बचा है इसको देखते हुए जितना दिवार लेखन का कार्य हो सके।आगे उन्होंने कहां कि आम लोग हो या विपक्ष के लोग पूरे बंगाल में ममता बनर्जी के विकास कार्यों को देखकर वोट करेंगे। इस मौके पर पंचायत समिति के प्रत्याशी जगरनाथ सेठ के अलावा कोयला खदान श्रमिक कांग्रेस के कुनुस्तोड़िया कोलियरी इकाई के अध्यक्ष संजय चौधरी,पंचायत समिति के प्रत्याशी शिशिर मंडल, मनोज मंडल सहित अन्य मौजूद थे।