कोलकाता, 8 जून । पश्चिम बंगाल में आज गुरुवार को एक बार फिर जनजातीय संगठनों ने एससी एसटी सूची में शामिल करने की मांग को लेकर बंगाल बंद का आह्वान किया है। इसका असर सुबह से ही दिख रहा है। जंगलमहल, बांकुड़ा, पुरुलिया, झाड़ग्राम, मेदनीपुर के इलाके में बंद समर्थक सड़कों पर उतर गए हैं और गाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई है। बाजार दुकान भी बंद हैं। 25 जनजाति संगठनों ने बंद का समर्थन किया है। इन क्षेत्रों के राष्ट्रीय राजमार्गों और राज्य राजमार्गों, रेलवे पटरियों पर प्रदर्शनकारी पहुंचकर विरोध प्रदर्शन करने लगे हैं। ट्रेनों की आवाजाही भी प्रभावित हुई है। दरअसल जनजाति संगठनों की मांग है कि उन्हें एससी-एसटी सूची में शामिल किया जाना चाहिए। राज्य सरकार से इस मामले में वार्ता के बावजूद सार्थक कदम नहीं उठ रहा। बंद का आह्वान करने वाले संगठनों का आरोप है कि जो लोग गैर जनजातीय समुदाय से हैं उन्हें जनजातीय श्रेणी में शामिल करने की कोशिश पश्चिम बंगाल सरकार कर रही है। इसके अलावा अभिषेक बनर्जी के काफिले पर हुए कथित हमले को लेकर भी गैरजरूरी तरीके से नेताओं को परेशान किया जा रहा है। यूनाइटेड फोरम ऑफ ऑल आदिवासी ऑर्गेनाइजेशन की ओर से इस बंद का आह्वान किया गया है।