कोलकाता, 5 जून । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया है कि बालासोर ट्रेन हादसे की जांच सीबीआई से कराने के रेल मंत्री की घोषणा लिपापोती की कोशिश है। सोमवार को सेकेंड हुगली ब्रिज पर बनर्जी ने कहा कि इसके पहले ज्ञानेश्वरी ट्रेन हादसा और साइकिया ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच के आदेश दिए गए थे, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि यह अपराधिक मामला नहीं है, बल्कि तकनीकी मामला है। उन्होंने कहा कि सरकार केवल आंकड़ा छुपा रही है। उन्होंने कहा कि सच सामने आना चाहिए, लेकिन आंकड़े छुपाये जा रहे हैं।
ममता बनर्जी ने कहा कि 12 साल हो गये हैं, ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस की जांच का जिम्मा सीबीआई को दिया था, लेकिन कोई रिजल्ट फायदा नहीं हुआ।
उन्होंने रेलवे सुरक्षा आयुक्त ही जांच पर भरोसा जताते हुए कहा कि यह समय सच छुपाने का नहीं है, बल्कि सच सामने लाने का है। वह चाहती हैं कि पीड़ितों को राहत मिले।
उन्होंने कहा कि मृत परिवार के परिजनों को पांच लाख रुपए और परिजनों के एक सदस्य को होमगार्ड की नौकरी देंगे।
इस बीच हादसे में बंगाल के लोगों की मृतकों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है। सीएम बुधवार को मृतकों के परिजनों को आर्थिक मदद देंगी। बुधवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में मृतकों और घायलों के परिजनों को चेक सौंपे जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हादसे में मरने वालों के परिजनों को पांच लाख रुपये दिए जाएंगे। गंभीर रूप से घायलों को एक लाख रुपये। इससे कम घायलों को क्रमश: 50 हजार रुपये और 25 हजार रुपये मिलेंगे।
