कोलकाता, 20 मई । पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं की हत्या व सामूहिक दुष्कर्म की घटना की जांच कर रही चार इकाइयों को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बंद कर दिया है। जांच से संबंधित सारे दस्तावेज को कोलकाता के संबंधित कार्यालय में जमा करने को कहा गया है। दो साल पहले दो मई 2021 को विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद राज्य भर में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ हिंसा भड़क गई थी। बाद में कलकत्ता हाई कोर्ट के आदेश पर सीबीआई ने घटना की जांच शुरू की और चार अलग-अलग विशेष जांच यूनिट तैयार की गई। अब दिल्ली से सीबीआई मुख्यालय के निर्देश पर इन चारों यूनिट को बंद कर दिया गया है। इससे संबंधित जो भी दस्तावेज इन यूनिट्स के पास हैं, उसे सॉल्टलेक के सीजीओ कंपलेक्स स्थित केंद्रीय एजेंसी के एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) दफ्तर में जमा करने को कहा गया है। इस यूनिट में जिन किसी अधिकारी को रखा गया था उन्हें उनके विभाग में वापस लौटाया गया है। सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि केंद्रीय एजेंसी के मुख्यालय से जो निर्देश मिले हैं उसी के मुताबिक काम शुरू कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद भले ही सीबीआई इस मामले की जांच कर रही थी लेकिन आरोप लग रहे थे कि घटना के मुख्य आरोपितों में से किसी को कभी भी गिरफ्तार नहीं किया गया। केवल सहयोगियों को पकड़कर सीबीआई अधिकारी अपने कार्यों की इतिश्री कर रहे थे। बहरहाल हाई कोर्ट के आदेश पर जांच चल रही है तो सीबीआई जांच को तो बंद नहीं कर सकती लेकिन यूनिट को बंद करने के बाद माना जा रहा है कि जांच की गति और धीमी होगी। अब देखना होगा कि कोर्ट इस पर क्या कुछ रुख अख्तियार करता है।