
रानीगंज। रानीगंज माकपा लोकल एरिया कमेटी की और से आज रानीगंज के बल्लभपुर इलाके में बेलोनिया अस्पताल के समक्ष जोरदार प्रदर्शन किया गया तथा यहां के आठ सूत्री मांगो को लेकर सुपरिटेंडेंट ऑफिसर को एक ज्ञापन सौंपा गया माकपा नेता हेमंत प्रभाकर के नेतृत्व में हुए इस प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में माकपा समर्थक मौजूद थे।

हेमंत प्रभाकर ने कहा कि वामपंथ के जमाने में बेलोनिया अस्पताल की अपनी एक साख हुआ करती थी यहां पर एक्सरे आदि हुआ करता था यहां पर बेहद अच्छी तरह से लोगों के चिकित्सा होती थी लेकिन 2011 में जब से राज्य में ममता बनर्जी के नेतृत्व में टीएमसी की सरकार बनी है बेलोनिया अस्पताल का कद छोटा होता गया है और आज नौबत यह है कि इस अस्पताल को बंद करने की बात कही जा रही है हेमंत प्रभाकर ने कहा कि किसी भी कीमत पर माकपा बिलोनिया अस्पताल को बंद होने नहीं देगी उन्होंने कहा कि वाम फ्रंट के जमाने में इस अस्पताल में जिस तरह से लोगों की सेवा की जाती थी वह तो अब हो ही नहीं रहा है बल्कि उस समय जो सुविधाएं यहां उपलब्ध कराई गई थी उनसे भी लोगों को वंचित रखा जा रहा है उन्होंने कहा कि यहां ना तो सही तरीके से चिकित्सकों नहीं नर्सों की नियुक्ति की जाती है जिससे यहां आने वाले लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उनका साफ कहना है कि राज्य सरकार चिकित्सा क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपना चाहती है और इसी क्रम में साजिश के तहत इस अस्पताल को बंद करने की कोशिश की जा रही है लेकिन उन्होंने साफ कहा कि माकपा इस अस्पताल को बंद होने नहीं देगी और जरूरत पड़ी तो इसके लिए प्रशासन से भिड़ जाएगी ने बताया कि उनके पास पुख्ता खबर है कि प्रशासन ने बेलोनिया और आलू गोरिया अस्पताल को डिग्रेड करना चाहती है जो माकपा कभी होने नहीं देगी वही इस अस्पताल के सुपरिटेंडेंट ने कहा कि आज माकपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की और अस्पताल के बारे में कुछ शिकायतें कि उनका कहना था कि माकपा द्वारा जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं वह सभी सही नहीं है यहां पर चिकित्सा हो रही है और इस अस्पताल को बंद करने की जो बात कही जा रही है वह महेश अफवाह है।
