डीए आंदोलनकारियों को जयप्रकाश मजुमदार ने कहा सार्वजनिक शत्रु

प्रकाश मजुमादार

बशीरहाट, 16 मार्च । बकाया डीए की मांग को लेकर सरकारी कर्मचारियों के आंदोलन को लेकर पिछले कुछ दिनों से पश्चिम बंगाल की राजनीति में उठापटक चल रही है। सरकारी कर्मचारियों और राज्य सरकार के बीच डीए को लेकर खींचतान जारी है। इस बीच तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष और प्रवक्ता जय प्रकाश मजुमदार ने इन आंदोलनकारियों के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की। गुरुवार को बशीरहाट में पार्टी की कार्यसमिति में उन्होंने डीए आंदोलनकारियों को ”सार्वजनिक शत्रु” बताया। वहीं, जयप्रकाश ने आईएसएफ को लेकर भी विवादित टिप्पणी की।

बशीरहाट सांगठनिक जिले के तृणमूल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की पहल पर गुरुवार को बशीरहाट स्थित रवींद्र भवन में कार्यशाला का आयोजन किया गया था। इस दौरान जयप्रकाश मजूमदार ने डीए आंदोलनकारी के बारे में कहा कि सेवा में प्रवेश करते समय सरकारी कर्मचारी लोगों की सेवा करने की शपथ लेते हैं। अब उस सेवा से आम मेहनतकश लोगों को वंचित कर दिया गया और अतिरिक्त पैसे के लालच में सड़कों पर आ गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी दावा किया कि सरकारी कर्मचारी सीपीएम के उकसाने पर सड़कों पर आए।

इस सिलसिले में जयप्रकाश मजूमदार ने सीधे तौर पर माकपा नेता विकास रंजन भट्टाचार्य का नाम लिया है। उन्होंने कहा कि सीपीएम के उकसाने पर विकास रंजन भट्टाचार्य ने डीए को लेकर केस किया। वह मामला न्यायालय के समक्ष लंबित है। उनके इस अमानवीय कार्य को आम जनता अच्छे से देख भी रही है और समझ भी रही है। आंदोलनकारियों ने सेवाओं से लोगों को वंचित करते हुए नाकाबंदी, विरोध और यहां तक कि बंद का सहारा लिया है। जनता के सेवक के रूप में जाने जाने वाले, यह लोग आज सार्वजनिक शत्रु बन गए हैैं। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि इस आंदोलन से कुछ नहीं होगा।

राज्य तृणमूल उपाध्यक्ष ने डीए आंदोलनकारियों के साथ-साथ आईएसएफ के बारे में भी विस्फोटक टिप्पणी की। भाजपा पर धर्म के नाम पर राजनीति करने और आईएसएफ को शह देने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आईएसएफ नामक सांप को भाजपा दूध और केले खिलाकर पोष रही है। भाजपा के पैसे से आईएसएफ का संचालन किया जा रहा है। कुछ साजिशकर्ता धर्म के नाम पर विभाजन कर राज्य में अशांति का माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, जयप्रकाश मजुमदार ने यह भी दावा किया कि अल्पसंख्यक वास्तविक तथ्यों को जानते हैं और वे ममता बनर्जी की छत्रछाया में हैं।

बशीरहाट में तृणमूल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की बैठक में जयप्रकाश मजूमदार के अलावा राज्य तृणमूल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष शेख हाजी नुरुल इस्लाम, बशीरहाट की सांसद नुसरत जहां, बशीरहाट तृणमूल के आयोजन जिलाध्यक्ष सरोज बंद्योपाध्याय और स्थानीय तृणमूल नेता मौजूद रहे।

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