ममता ने की गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग, कपिल मुनि मंदिर में की पूजा

 

कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बंगाल के सागर तट पर लगने वाले ऐतिहासिक गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग की है। मंगलवार अपराह्न के समय वह दक्षिण 24 परगना में सागर तट पर पहुंची जहां गंगा के समुद्र में संगम पर गंगासागर का ऐतिहासिक मेला लगता है। मकर संक्रांति पर यहां देशभर से आने वाले औसतन 20 से 25 लाख लोग हर साल पुण्य स्नान करते हैं। उनके आने-जाने, रहने और सुरक्षा की व्यवस्था राज्य सरकार की ओर से की जाती है। मुख्यमंत्री ने इन सभी तैयारियों का जायजा लिया।

इसके साथ ही उन्होंने कपिल मुनि मंदिर में पूजा अर्चना की और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी वह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को इस संबंध में पत्र लिख चुकी हैं लेकिन कोई जवाब नहीं मिला है।
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गंगासागर मेले को प्लास्टिक मुक्त बनाने पर जोर
– इसके अलावा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गंगासागर मेले को इको फ्रेंडली और प्लास्टिक मुक्त बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सागर मेले में आने वाले लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सभी प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि लोगों की सुविधाओं के लिए यहां 600 बेड वाला अस्पताल बनाया गया है। ममता ने कहा कि चक्रवात अम्फन और यास की वजह से गंगासागर में बहुत क्षति हुई थी लेकिन हमारी सरकार ने सब कुछ ठीक कर दिया है। अगर कुंभ मेले को राष्ट्रीय मेले की संज्ञा दी जा सकती है तो गंगासागर को भी दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि गंगासागर मेले में कुंभ से भी अच्छा इंतजाम होता है।
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महंत ज्ञानदास ने की ममता की सराहना
– कपिल मुनि मंदिर में पूजा करने पहुंची मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सराहना महंत ज्ञानदास ने की है। उन्होंने कहा कि ममता के नेतृत्व में राज्य का बहुत ही अच्छा विकास हुआ है। जैसे उन्होंने बंगाल का कल्याण किया है ठीक उसी तरह से देश का भी कल्याण करेंगी। हम लोग प्रार्थना करेंगे कि दीदी और आगे बढ़ें।

महंत ने कहा, “मैंने ममता से यहां मंदिर बनवाने का अनुरोध किया था और उन्होंने बनवा दिया। 35 सालों तक माकपा शासन था लेकिन मंदिर नहीं बना। यह लोगों का प्यार है कि ममता बनर्जी फिर से मुख्यमंत्री बनी हैं। यहां बहुत अच्छा काम हुआ है। मुख्यमंत्री के सुर में सुर मिलाते हुए महंत ज्ञानदास ने कहा कि गंगासागर मेले को राष्ट्रीय मेला घोषित किया ही जाना चाहिए लेकिन जब तक भाजपा रहेगी तब तक ऐसा होगा नहीं।

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