नई दिल्ली, 2 फरवरी। अडाणी ग्रुप की कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज ने एफपीओ लाने की योजना रद्द कर दी है। बीस हजार करोड़ रुपये के इक्विटी शेयर के एफपीओ के रद्द होने के बाद निवेशकों का पैसा वापस किया जाएगा। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने बुधवार रात यह अहम फैसला लिया। कंपनी ने शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव के कारण यह फैसला लिया है।
इसलिए निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाने के लिए हमने FPO वापस ले लिया है। इस निर्णय का हमारे मौजूदा परिचालनों और भविष्य की योजनाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। हम समय पर क्रियान्वयन पर ध्यान देना जारी रखेंगे।
पूरी तरह से सब्सक्राइब किए गए FPO के बाद इसे वापस लेने के फैसले ने कई लोगों को चौंका दिया होगा। लेकिन बाजार में आज के उतार-चढ़ाव को देखते हुए, बोर्ड ने दृढ़ता से महसूस किया कि FPO के साथ आगे बढ़ना नैतिक रूप से सही नहीं होगा।
अडानी ग्रुप ने कहा कि वे अपने लोगों को रिफंड देने के लिए अपने बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के साथ काम कर रहे हैं। हालांकि अडानी ने दावा किया कि उनकी बैलेंस शीट इस समय बहुत मजबूत है। उनका कैश फ्लो और एसेट सिक्योर है। अडानी ने यह भी कहा कि कर्ज चुकाने का उनका रिकॉर्ड सही रहा है। अडानी ने इन्वेस्टर्स से कहा कि इस फैसले से मौजूदा ऑपरेशंस और फ्यूचर प्रोजेक्ट्स पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वे लॉन्ग टर्म वैल्यू क्रिएशन पर फोकस जारी रखेंगे।
अडानी ने कहा कि उनकी ग्रोथ आंतरिक बढ़ोतरी के हिसाब से मैनेज होती रहेगी।जैसे ही बाजार स्थिर होगा, कैपिटल मार्केट स्ट्रेटजी का रिव्यू किया जाएगा। अडानी ने कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इन्वेस्टर्स का सहयोग मिलता रहेगा। अडानी ने भरोसा बनाए रखने के लिए इन्वेस्टर्स को धन्यवाद भी बोला।