कोलकाता । पश्चिम बंगाल में कोई हिंदू त्योहार हो और दो गुटों के बीच सांप्रदायिक तनाव न फैले ऐसा शायद ही होता है। अब सरस्वती पूजा पर भी उत्तर बंगाल में दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक तनाव बढ़ने लगा है। इसकी वजह है कि मां सरस्वती की प्रतिमा की गर्दन तोड़ दी गई है। भारतीय जनता पार्टी ने इसकी तस्वीर ट्विटर पर भी डाली है। इसमें लिखा है कि सिलीगुड़ी में एक खास समुदाय के लोगों ने मां सरस्वती की प्रतिमा तोड़ दी है। यहां पाकिस्तान और बांग्लादेश के अनुकरण की कोशिश हो रही है। हालात तनावपूर्ण है। स्थानीय सूत्रों ने बताया है कि दिन के उजाले में जबरदस्ती मूर्ति की गर्दन तोड़ी गई। जिस क्षेत्र में पूजा की गई है वहां अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बड़ी आबादी में रहते हैं।
लोगों ने सुनाई खरी-खोटी
– इधर भारतीय जनता पार्टी के इस ट्वीट पर भी लोगों ने भाजपा को ही खरी-खोटी सुनाई है। एक यूजर ने लिखा है कि आपके प्रधानमंत्री (नरेन्द्र मोदी) ने तो कहा है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोग भाजपा को वोट दें या ना दें, उनका गुणगान करिए। तो मूर्ति टूटती है या नहीं उससे क्या आता जाता है। आप गुणगान में लगे रहिए।
