कोलकाता । दक्षिण 24 परगना के भांगड़ से विधायक नौशाद सिद्दीकी को नि:शर्त रिहा करने के लिए आगामी सोमवार को माकपा की प्रस्तावित रैली को पुलिस ने अनुमति नहीं दी है। पार्टी की ओर से अनुमति के लिए कोलकाता पुलिस को पत्र लिखा गया था लेकिन साफ कर दिया गया है कि हालात तनावपूर्ण होने की वजह से यहां किसी भी पार्टी को रैली की अनुमति नहीं दी जा रही है। दूसरी ओर गत 21 जनवरी को धर्मतल्ला के वाई चैनल पर पुलिस पर पथराव मामले में इंडियन सेकुलर फ्रंट (आईएसएफ) के एक और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। काशीपुर थाने की पुलिस ने माझेरहाट से आराबुल मोल्ला को गिरफ्तार किया है। बताया गया है कि सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी शिनाख्त कर उसकी गिरफ्तारी की गई है। धर्मतल्ला में पुलिस और आईएसएफ कर्मियों के बीच पथराव और तोड़फोड़ के मामले में नौशाद सिद्दीकी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है जिसके बाद से वह पुलिस हिरासत में हैं। इधर लगातार उनके समर्थकों को भी पकड़ा जा रहा है। दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी सहित सभी विपक्षी पार्टियों ने नौशाद को तत्काल रिहा करने की मांग की है। फुर्फूरा शरीफ के पीरजादे ने तो सीधे तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को धमकी देते हुए कहा है कि एक फरवरी तक अगर नौशाद को नहीं छोड़ा गया तो वे लोग कफन बांधकर लाल बाजार आएंगे और नौशाद को छुड़ाकर ले जायेंगे। इधर नौशाद को रिहा करने की मांग पर माकपा के राज्यसभा सांसद विकास रंजन भट्टाचार्य और पार्टी के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने भांगड़ थाने को पत्र लिखा था। इस पर पुलिस की ओर से बताया गया है कि इलाके में धारा 144 लागू होने की वजह से रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी।
