आसनसोल(संवाददाता):दामोदर घाटी निगम के मेजिया ताप विद्युत केंद्र में बुधवार को विश्व हिंदी दिवस का अनुपालन किया गया इस अवसर पर राजभाषा कैलेंडर 2023 का विमोचन मुख्य अभियंता (ओ एंड एम) संजय शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने कहा कि अधिकतर भारतीय भाषाओं की स्रोत भाषा संस्कृत रही है, हिंदी सभी को लेकर साथ चलती रही है। कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए हिंदी अधिकारी अरविंद सिंह ने उपस्थित कार्यपालको को पीपीटी के 35 स्लाइड के माध्यम से हिंदी के विभिन्न पहलुओं जैसे हिंदी की वैश्विक स्थिति, विश्व हिंदी सम्मेलन, कंप्यूटर पर उपलब्ध हिंदी सुविधाएं, भारतवंशियों तथा साहित्यकारों के योगदान सहित अन्य विविध विषयों पर जानकारी दिया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अध्यक्ष रानीगंज चेंबर ऑफ कॉमर्स के कार्यकारी अध्यक्ष रोहित खेतान ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी का व्याकरण और शब्द भंडार संस्कृत की धरोहर है यही वजह है कि आज हिंदी अपनी वैज्ञानिकता और तार्किकता के लिए संपूर्ण विश्व में अलग पहचान रखती हैं इसके प्रचार-प्रसार में लोक साहित्य, विदेशी विद्वानों के साथ हिंदी मनोरंजन जगत की भी अहम भूमिका रही है सूचना प्रौद्योगिकी के लिहाज से भी हिंदी संसार की अति समर्थ और सक्षम भाषा है। वरिष्ठ पत्रकार विमल देव गुप्ता ने कहा हिंदी के खासियत रही है कि इसने समय के प्रवाह के साथ अरबी, फारसी तुर्की ,अंग्रेजी आदि भाषाओं के अनेक शब्दों को समाहित किया है और हिंदी भाषा के इसी समन्वयकारी रूप में इसे अत्यंत सशक्त समृद्ध और विश्व भाषा बनाया है।कार्यक्रम में मुख्य अभियंता कामता प्रसाद,कांजीलाल,आर.के.अनुभवी,संजीव कुमार,वरिष्ठ अपर निदेशक ओम प्रकाश सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।