कोलकाता: कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में 19 दिसंबर को कोरोना के खतरे के बीच ही मतदान होगा। इस बीच, भारत में कोरोना की एक नई प्रजाति ओमिक्रॉन पेश की गई है। हालांकि कोलकाता में अभी तक ओमीक्रान संक्रमण की कोई खबर नहीं है। हालांकि, राज्य चुनाव आयोग कोई चूक नहीं छोड़ना चाहता है। आयोग प्रत्येक वार्ड में एक स्वास्थ्य विशेषज्ञ की नियुक्ति करेगा।
चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार कोलकाता के 144 वार्डों के हर बूथ पर मतदाताओं का बुखार नापा जाएगा। यदि कोई बुखार या कोई अन्य लक्षण नहीं है, तभी मतदान केंद्र में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी। राज्य चुनाव आयोग इसके लिए करीब पांच हजार स्वास्थ्य कर्मियों की भर्ती कर रहा है। बूथ के बाहर मतदाताओं के शरीर का तापमान कौन मापेगा? राज्य चुनाव आयोग के सचिव नीलांजन शांडिल्य ने बताया कि 144 वार्डों में कुल मतदाताओं की संख्या चार मिलियन से अधिक है। कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस बार बूथों की संख्या बढ़ा दी गई है। कुल चार हजार 642 बूथ हैं। प्रत्येक बूथ में कुछ स्टाफ सदस्य होंगे जो प्रत्येक मतदाता के शरीर के तापमान को मापेंगे। बड़े बूथों पर एक से ज्यादा स्टाफ दिया जाएगा।