कोलकाता । 127 वर्ष की आयु में भी चलते फिरते योग करते और खुशहाल रहने वाले भारत के पद्मश्री सम्मानित संत स्वामी शिवानंद को रविवार कोलकाता प्रेस क्लब में सम्मानित किया गया है। उन्हें साउथ अफ्रीका की संस्था शिवानंद पीस फाउंडेशन की ओर से शिवानंद शांति सम्मान से अलंकृत किया गया है। संगठन की ओर से बताया गया है कि आज के दौर में जब लोग 70 साल भी नहीं जी रहे हैं तब 127 सालों की उम्र में भी स्वस्थ रहने वाले इस महात्मा ने दुनिया को सिखाया है कि कैसे योग और सामान्य जीवन शैली के जरिए लंबे वक्त तक जिया जा सकता है। उन्होंने खुशहाली का मंत्र दुनिया को दिया है। वे न केवल भारत बल्कि पूरे विश्व के लिए एक प्रेरणा हैं जिनसे लोग सीख रहे हैं। इसीलिए उन्हें सम्मानित कर अपने आपको कृतज्ञ किया गया है।
इसके पहले दलाई लामा, श्री श्री रविशंकर, और नेलसन मंडेला को भी यह पुरस्कार दिया जा चुका है। कार्यक्रम में कई दिग्गज लोगों ने स्वामी जी की जीवन शैली की सराहना की।
वक्ताओं ने कहा कि राष्ट्रपति भवन में जब स्वामी शिवानंद जी को सम्मानित किया गया था वह इस उम्र में भी किसी युवा से तेज चल रहे थे और पूरी तरह से हष्ट पुष्ट और स्वस्थ हैं। उन्होंने अपने जीवन काल में कई लोगों को योग के मंत्र सिखाएं हैं। मां बाप ने जब अनाथ छोड़ दिया था तब गुरु आश्रम में उन्होंने दीक्षा ली और तब से आज तक उन्होंने अपना पूरा जीवन इंसानियत को समर्पित कर दिया है। यह सम्मान भी उन्हीं लोगों को दिया जाता है जिन्होंने खुद को इंसानियत की सेवा के लिए समर्पित किया है।