कोलकाता । पश्चिम बंगाल की सत्ता दल तृणमूल कांग्रेस के दो वरिष्ठ नेता सांसद सुदीप बनर्जी और विधायक तापस राय के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। शनिवार को एक बार फिर दोनों के बीच जुबानी जंग हुई है। पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में तापस राय ने कहा कि सुदीप बनर्जी से किसी भी कीमत पर मुलाकात नहीं करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि वह ईश्वर से दुआ करेंगे कि कभी सुदीप से उनकी भेंट ना हो। विजया की बधाई देना तो बहुत दूर की बात है। मेरी मां के मृत्यु के बाद एक बार भी स्थानीय विधायक, सांसद ने फोन या मैसेज कर मेरी खबर तक नहीं ली। ऐसे लोगों से फिर क्या शिष्टाचार निभाना। पार्टी में मेरा आदर्श ममता बनर्जी हैं। अब पार्टी के उभरते हुए नेता स्टूडेंट यूथ आइकॉन अभिषेक बनर्जी हैं। मुझे लगता है कि हम बुजुर्गों को नई पीढ़ी पर भरोसा करना चाहिए।
तापस राय ने आगे यह भी कहा कि मेरे मन में कभी किसी के लिए कोई गलत भावना ना पहले थी और ना है। मैंने नैतिकता के आधार पर अपनी बात कही है। मैं पार्टी का एक वफादार सैनिक हूं। ऐसे में मैंने नैतिक रूप से सही मुद्दों को पार्टी के भलाई के लिए सबके सामने रखा था। हम पार्टी को और नुकसान पहुंचने नहीं देंगे।
इधर सुदीप बनर्जी ने इस पर पलटवार किया और कहा कि सभी के बातों का जवाब देना जरूरी नहीं होता। यह भी देखना पड़ता है कि कौन सी चीजें जवाब देने लायक हैं।
उल्लेखनीय है कि विधायक तापस राय ने पहले भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की कार्यशैली पर सवाल खड़ा किया था और भ्रष्टाचार पर दोहरे रुख की भी आलोचना की थी। उन्होंने पार्टी के संसदीय दल के नेता सुदीप बनर्जी पर भाजपा से सांठगांठ का भी आरोप लगाया था और भाजपा नेताओं से उनकी मुलाकात की तस्वीरें भी साझा की थी।
