दुर्गापुर। महान सनातन धर्म की आध्यात्मिक वैज्ञानिक व सामाजिक चेतना से विश्व का परिचय कराने वाले स्वामी विवेकानंद के ऐतिहासिक ‘शिकागो उद्बोधन’ की 129वीं वर्षगांठ के अवसर पर
सामाजिक संस्था दुर्गापुर जन विकास सेवा संघ की तरफ से स्वामी विवेकानंद जी छाया चित्र पर संस्था के सदस्यों द्वारा पुष्पांजलि देकर श्रद्धांसुमन अर्पित किया गया।सर्वप्रथम समाजसेवी चक्रधर कुमार जी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत किया।इस मौके पर संस्था के सचिव अजय कुमार चौबे ने कहा स्वामी जी का दिया हुआ भाषण पूरे विश्व के लिए एक अच्छा संदेश है जो मानव समाज और मानवता के लिए वरदान है।और आगे उन्होंने बताया कि विश्व धर्म सभा शिकागो में आज से 129 साल पहले 11 सितंबर 1893 को स्वामी विवेकानंद जी का दिया गया भाषण विश्व विख्यात भाषण है सनातन धर्म के प्रतिनिधि के रूप में भारतवर्ष का प्रतिनिधित्व करने के लिए स्वामी जी वहां गए हुए थे स्वामी जी को सबसे अंतिम में बोलने का अवसर दिया गया लेकिन स्वामी जी ने अपने भाषण के 4 शब्दों में ही समस्त मानव समाज के हृदय को जीत लिया भारत वर्ष पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है भारतवर्ष की संस्कृति भारतवर्ष का दर्शन अध्यात्मिक ज्ञान विश्व में सर्वश्रेष्ठ है स्वामी जी ने यह साबित करके दिखा दिया विश्व धर्म सभा में मां सरस्वती मां काली प्रभु की असीम महिमा से स्वामी जी ने अपने भाषण का शुरूआत किया रामकृष्ण परमहंस उनके गुरु थे जो काली मां के सबसे बड़े उपासक भक्त थे मां शारदा उनकी गुरु मां थी ऐसे महान संत युवा संत स्वामी विवेकानंद जी को प्रत्येक वर्ष 11 सितंबर को दुर्गापुर जन विकास सेवा संघ के सदस्य एकत्रित होकर संगठित होकर याद करते हैं उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करते हैं दीप प्रज्वलित करते हैं और इस अवसर पर सदस्य के लोग अपना विचार व्यक्त करते हैं। इस दौरान संस्था के अध्यक्ष जयशंकर सिंह,विनोद यादव, शिवनाथ चौधरी,समाजसेवी इंद्रदेव प्रसाद, बप्पा चटर्जी,भीम मंडल के साथ सभी सदस्यगण उपस्थित थे।