एकता सेवा शाक्ति ने मनाया आज़ादी का अमृतमहोत्सव
स्वतंत्रता के 75 साल पूरे करने की ख़ुशी क्या होती है, उत्साह क्या होता है ये इस बार के हर घर तिरंगा अभियान से पता चलता है।
और हर वर्ष की भाँति इस बार भी एकता सेवा शक्ति ने और अधिक उत्साह के साथ ध्वजारोहण कर नभ में तिरंगा लहराकर भारत का जयगान किया।कार्यक्रम की शुरुआत हुई डॉ जे पी पाण्डेय द्वारा भारत माता की तसवीर पर माल्यार्पण से।इस वर्ष नारी शक्ति को नमन करते हुए संस्था की तरफ से ध्वजारोहण किया विमला त्रिपाठी व अनु नेवटिया ने।
संस्था की महामंत्री अनु नेवटिया ने अपने संबोधन में कहा कि समुद्रमंथन से जैसे अमृत प्राप्त हुआ था वैसे ही 75 वर्ष के संघर्ष के बाद आज भारत एक नई ऊंचाई पर है और अपने अमृत काल में प्रवेश कर रहा है। संस्था अध्यक्ष विक्की यादव जी ने अपने संबोधन में कहा कि इस आज़ादी के लिए जिन लोगों ने अपनी जान गवाईं है उन्हें याद करके आज का दिन मनाना चाहिए, हमें आज़ादी कैसे मिली, इनमें किसका योगदान था ये हर बच्चे को पता होना चाहिए, साथ ही स्वतंत्रता आंदोलन में झांसी की रानी व अन्य वीरांगनाओं की पराक्रमता का ज़िक्र करते हुए उन्होंने नारी शाक्ति को ध्वजारोहण का सम्मान सौंपा।
मौके पर उपस्थित रहे ओम प्रकाश जी ने अपने वक्तव्य में राष्ट्रगान के नियमों पर प्रकाश डाला व इस आयोजन के लिए संस्था के सदस्यों को बधाई प्रेषित कर उनका उत्साहवर्धन किया।
गरिमामयी उपस्थिति रही ऋषिकेश पांडेय (संस्था उपाध्यक्ष), अवधेश साव , संजीव शुक्ल , मुन्ना जैसवाल , अभिषेक लाढा , विकाश मिश्र , मोहित , विशाल ,रोहित वर्मा , आयुष दुबे की संदीप स्वर्णकार ,राकेश शाव , कारण ,प्रशांत सिंह व संस्था के सभी कार्यकर्ताओं की।
सभी ने भारत माता की तस्वीर पर पुष्प चढ़ाकर राष्ट्रगान किया, भारत माँ के जयकारे लगाए गए और फिर सभी को मिठाई खिलाकर बधाई दी गयी।