कोलकाता । शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार राज्य के बड़े नेता पार्थ चटर्जी और उनकी महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी एक बार फिर दो दिनों के लिए ईडी हिरासत में भेज दिए गए हैं। शुक्रवार को इन्हें बैंकशाल कोर्ट में पेश किया गया था। यहां दोनों के हीं अधिवक्ताओं ने इनकी जमानत की याचिका लगाई थी और हिरासत में नहीं भेजने की अर्जी की थी। शाम 4:30 बजे सुनवाई शुरू हुई थी और करीब 20 मिनट तक दोनों पक्षों के बीच बहस होती रही। ईडी के अधिवक्ता ने बताया कि इन दोनों से और अधिक पूछताछ की जरूरत है। पार्थ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं। दोनों को आमने-सामने बैठाकर कई सारे सवालों के जवाब लिए जाने हैं। इसके बाद दोनों के अधिवक्ताओं ने 15 मिनट तक अलग से दोनों से बात करने की अनुमति कोर्ट से ली। दूसरी ओर ईडी के अधिवक्ता ने पार्थ को चार दिनों के लिए और अर्पिता को और कम से कम तीन दिनों के लिए हिरासत में देने की अर्जी लगाई।पार्थ के अधिवक्ता ने कहा कि उनके घर से कुछ भी ऐसा बरामद नहीं हुआ है जिसकी वजह से उन्हें हिरासत में भेजा जाना चाहिए। इसके अलावा पार्थ चटर्जी का पैन कार्ड ईडी के पास है जिसके जरिए उनके बैंक अकाउंट में लेनदेन पर नजर रखी जा सकती है। ईडी अधिवक्ता ने बताया कि कोर्ट की ओर से हिरासत में भेजे जाने के बाद दो दिनों तक अस्पताल में थे। उसके बाद जांच में बिल्कुल सहयोग नहीं कर रहे हैं। किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहे हैं। उसके बाद शाम 6:15 बजे के करीब कोर्ट ने दोनों को आगामी पांच अगस्त यानी दो दिनों तक हिरासत में रखने का आदेश दिया है।