रीवा। शिव भक्त, अलौकिक शक्तियों के मालिक, विख्यात भविष्यवक्ता आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज के शिव महिमा कथा के दौरान लोग भाव-विभोर हो शिव की कथा का श्रवण करते रहे। पूरा परिसर भक्तों से खचाखच भरा था। जैसे ही सद्गुरूनाथ जी पधारे। लोगों का जोश सातवें आसमान पर पहुंच गया। हर व्यक्ति गुरूदेव के दर्शन और उनका आशर्वाद लेना चाहता था। ऐसा लग रहा था कि मानो भीड़ के बीच एक दिव्य प्रकाश पुंज गुरूवर के रूप में चमक रहा है। सद्गुरूनाथ जी महाराज ने भी अपने भक्तों को निराश नहीं किया और यथासंभव सभी को दर्शन दिए और उनकी समस्याएं सुनी। शिव महिमा कथा के दौरान पूरा मंडप शिव के जयकारों से गूंज रहा था। श्रावण का महीना साथ ही शिव की महिमा कथा वो भी सद्गुरूनाथ जी महाराज के श्रीमुख से लोग अपने आप को भाग्यशाली और आनंदित महसूस कर रहे थे।
रीवा की रहने वाली मेनका ने बताया कि काफी सालों से गुरूनाथ जी के दर्शन करने की प्रबल इच्छा थी। मैंने यूटूयूब के माध्यम से काफी सालों से गुरूदेव को फॉलो कर रही थी और उनके हर विडियो को बड़े ध्यान से देखती थी क्योंकि मेरी हर समस्या का समाधान वहां मिल जाता था। मेरे पति बच्चे भी गुरूवर के भक्त हैं लेकिन आज साक्षात गुरूनाथ जी महाराज के दर्शन हुए जीवन धन्य हो गया। गुरूवर के मुख शिव महिमा कथा ऐसा लगता है जैसे साक्षात प्रभु गुरूवर के रूप में हमारे सामने मौजूद हैं।
जो शंकर का ध्यान करेंगे, शिव उसका कल्याण करेंगे
आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज ने शिव महिमा का गुणगान करते हुए कहा ंजहां भी सत्य है, वहीं शिव का वास है। शिव के साथ सारी विषमता है। वे औघड़ हैं, आशुतोष हैं, देवों में महादेव हैं, रुद्र हैं, गृहस्थ हैं, महायोगी हैं, त्यागी और तपस्वी हैं, पिता है, गुरु हैं, मृत्यु हैं, जीवन हैं। भारतीय होने का अर्थ है शिव को जानना। उनके जाने बिना इस लोक को जानना असंभव है। उनकी आराधना से मोक्ष मिलता है। वे ज्ञान का वेद हैं, वे रामायण के प्रणेता हैं, संगीत के स्वर हैं, ध्यान के उत्स हैं। उनमें नृत्य वास करता है, जीवन को गति मिलती है। वे प्रेमी हैं, ़ऋषियों के गुरु हैं, देवताओं के रक्षक हैं, असुरों के सहायक हैं और मानवों के आदर्श हैं।
ज्ञात हो कि अभ्युदय उपकार फाउंडेशन के तत्वावधान में शिव महिमा कथा एवं सि( दरबार का आयोजन किया गया है। जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों के लोग रीवा पहुंच कर आचार्य सतीश सद्गुरूनाथ जी महाराज के श्रीमुख से श्रावण के पवित्र महीने में देवाधिदेव महादेव की लीलाओं का श्रवण कर रहे हैं। सुप्रसिद्ध गुरूजी के द्वारा शिव महिमा का काफी दिनों से गुनगान संस्कार चैनल के माध्यम से प्रसारित हो रहा है। जिसमें काफी लोग शिव के चमत्कारिक रहस्यों से अवगत होते हैं।
गौरतलब है कि रीवा शहर जो अपने आध्यात्मिक वजह से भी जाना जाता है, आचार्य गुरूनाथ जी महाराज के आगमन से पूर्व ही कार्यक्रम मंडप के आसपास लोगों के लिए विशेष सुविधा मुहैया करवाई गई थी जिससे लोगों को मंडप में किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। कार्यक्रम के सुंदर व्यवस्था से लोग भी काफी खुश दिखे। आयोजक ने अपने तरफ से हर संभव कोशिश की थी कि किसी भी शिव भक्त को कष्ट न हो।
