कोलकात । तृणमूल कांग्रेस की ओर से हर साल 21 जुलाई को पालित होने वाले शहीद दिवस के वीडियो में कथित तौर पर हावड़ा के उलूबेरिया में हाल ही में हुए दंगे की तस्वीरें इस्तेमाल किए जाने को लेकर भाजपा ने सवाल खड़ा किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने इस वीडियो को ट्विटर पर डालकर तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को टैग करते हुए पूछा है कि आखिर कब तक झूठ का सहारा लेकर लोगों की सहानुभूति बटोरेंगे? सुकांत मजूमदार ने ट्विटर पर लिखा है कि बंगाल के लोग कल्पना करें कि ममता बनर्जी ने शहीद दिवस के वीडियो में उलूबेरिया के दंगाइयों की तस्वीरों का इस्तेमाल किया है। आखिर वह क्या संदेश देना चाहती हैं? 21 जुलाई की घटना में गोली माकपा की सरकार ने चलवाई और मौत कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की हुई जबकि शहीद दिवस तृणमूल कांग्रेस का हो गया? झूठ का सहारा लेकर आखिर में सांप्रदायिक हिंसा की तस्वीरों को 21 जुलाई की घटना के नाम पर चलाया जा रहा है। आखिर तृणमूल कांग्रेस कितना नीचे गिरेगी?”
उल्लेखनीय है कि 21 जुलाई की घटना आज से करीब तीन दशक पहले की है। तब ममता बनर्जी कांग्रेस में थीं और उन्हीं के नेतृत्व में सचिवालय घेराव के दौरान गोली चली थी जिसमें 13 लोग शहीद हो गए थे। उसके बाद से 2011 में ममता बनर्जी की सरकार बनने के बाद तृणमूल कांग्रेस हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस के तौर पर मनाती है। हालांकि फायरिंग करने वाले किसी भी अधिकारी अथवा माकपा के तत्कालीन नेताओं के खिलाफ आज तक कार्रवाई नहीं हुई है। पीड़ित परिवारों को भी अभी तक न्याय नहीं मिल पाया है। हर साल की जनसभा को ममता बनर्जी अपनी राजनीतिक ताकत दिखाने और भविष्य की राजनीति घोषित करने के लिए करती हैं।