
सिलीगुड़ी, 03 नवंबर । भारत की बेटियों ने आईसीसी महिला क्रिकेट विश्वकप 2025 का खिताब अपने नाम कर ली है। जिससे ऋचा घोष का शहर सिलीगुड़ी में जश्न का माहौल है। सभी को ऋचा का सिलीगुड़ी आने का इंतजार है।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने पहली बार विश्व विजेता बनी है। यह जीत सिलीगुड़ी के लिए इसलिए खास है क्योंकि इस विजेता टीम की रीढ़ शहर की बेटी ऋचा है। ऋचा ने फाइनल मुकाबले में 24 गेंदों में 34 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। फाइनल मुकाबले में टीम के हर खिलाड़ी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश को गौरवान्वित किया।
जबकि ऋचा के प्रदर्शन ने हर सिलीगुड़ीवासी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
ऋचा घोष के कोच पप्पी दलाल ने जीत की खुशी में कहा कि मारी छोरियां छोरो से कम है क्या। पप्पी दलाल ने
कहा जब वह अंडर-14 में खेलती थी। तब से मैं उसे ट्रेन कर रही थी।
उसके प्रदर्शन ने मुझे मेरी ‘गुरु दक्षिणा’ दे दी। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने इस जीत से पूरे विश्व में अपनी नई पहचान बनाई है। उनका सपना है कि आने वाले समय में ऋचा भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान बने। ऋचा घोष आज सिर्फ सिलीगुड़ी की नहीं बल्कि पूरे भारत की गर्व की पहचान बन चुकी हैं। विश्व विजेता ऋचा घोष के अपने घर लौटने का शहरवासी इंतजार कर रहे है।

