दुर्गापुर: पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में मेडिकल छात्रा से हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने चौथे और पांचवें आरोपी — शेख नसीरुद्दीन और शेख शफीकुल — को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तारी हुई है।
घटना के तीसरे दिन सोमवार को राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंद बोस और ओडिशा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन शोभना मोहंती दुर्गापुर पहुंचे और अस्पताल में भर्ती पीड़िता से मुलाकात की।
राज्यपाल ने आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर पीड़िता की स्थिति की जानकारी ली और उसके माता-पिता से बातचीत की। उन्होंने घटना की कड़ी निंदा करते हुए स्थानीय प्रशासन को आवश्यक कानूनी कार्रवाई शीघ्र सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
राज्यपाल के थोड़ी देर बाद ओडिशा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन शोभना मोहंती अपने तीन सदस्यीय दल के साथ अस्पताल पहुंचीं। प्रारंभिक सुरक्षा जांच के बाद टीम को पीड़िता से मिलने की अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि हम अपने राज्य की बेटियों को शिक्षा के लिए बाहर भेजते हैं, लेकिन इस तरह की अमानवीय घटनाएं बाहरी छात्राओं की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं।
उन्होंने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि आयोग पीड़िता को हरसंभव सहायता प्रदान करेगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटना पर पूरे राज्य में सियासत तेज हो गई है। बीजेपी, कांग्रेस और माकपा ने अलग-अलग विरोध प्रदर्शन कर सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर विफलता का आरोप लगाया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा। हालांकि, उन्होंने छात्राओं को रात में बाहर न निकलने की सलाह दी, जिसके बाद यह बयान विवादों में आ गया।
इस पर ओडिशा की उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि
अगर लड़कियां एक महिला मुख्यमंत्री से सहानुभूति, सुरक्षा और अधिकारों की उम्मीद नहीं कर सकतीं, तो किससे करेंगी? ममता बनर्जी ने अपनी टिप्पणी से सभी महिलाओं का अपमान किया है।
पृष्ठभूमि
यह वारदात शुक्रवार रात की है जब दुर्गापुर के आईक्यू सिटी मेडिकल कॉलेज की द्वितीय वर्ष की ओडिशा निवासी छात्रा अपने एक मित्र के साथ रात्रिभोज के लिए बाहर गई थी। लौटने के बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ। सहपाठी ने उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां वह फिलहाल उपचाराधीन है।
2024 में कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर की बलात्कार-हत्या के बाद गठित ‘अभया मंच’ और वरिष्ठ डॉक्टर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने भी सोमवार को दुर्गापुर पहुंचकर पीड़िता और उसके परिवार से मुलाकात की तथा न्याय की मांग की।