जयपुर (आकाश शर्मा)। सिविल लाइंस के सिद्धेश्वर हनुमान मंदिर में राधे- राधे क्लब द्वारा शनिवार को आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव ने भक्ति और आनंद का ऐसा माहौल रचा कि कण-कण में श्रीकृष्ण की लीलाओं का रस बरस रहा था। मंदिर प्रांगण फूलों, रंग-बिरंगी रोशनी और भक्ति भजनों की मधुर स्वरलहरियों से सजा हुआ था, मानो रामनगर, नंदपुरी और गोविंदपुरी का त्रिवेणी संगम वृंदावन की गलियों में बदल गया हो।
इस भव्य आयोजन में सिविल लाइंस विधायक गोपाल शर्मा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। पूज्य श्रीमद् जगदगुरु दिवाकर द्वाराचार्य संत शिरोमणि श्रीश्री 1008 श्री अवधेश दास महाराज के पावन सान्निध्य में विधायक ने भक्तों को संबोधित किया और मंदिर के अभूतपूर्व विकास कार्यों तथा वेद विद्यालय की स्थापना के लिए हरसंभव सहायता का संकल्प जताया।
पूज्य श्री अवधेश दास जी महाराज ने मंदिर विकास के लिए विधायक कोष से 50 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान करने हेतु गोपाल शर्मा के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया और उन्हें उज्जवल राजयोग का आशीर्वाद प्रदान किया।
विधायक गोपाल शर्मा ने इस श्रद्धा-भाव और गरिमापूर्ण आयोजन के लिए राधे राधे क्लब के अध्यक्ष मनोज बंसल, आनंद शर्मा और सभी सहयोगियों का हृदय से आभार व्यक्त किया और उनका अभिनंदन किया।
भजन संध्या से भक्तिमय माहौल
शाम को आयोजित विशाल भजन संध्या ने भक्तों के हृदय को श्रीकृष्ण की भक्ति में डुबो दिया। राष्ट्रीय स्तर के प्रख्यात भजन गायक कृष्ण मुरारी शर्मा ने राधा-कृष्ण के मधुर भजनों जैसे “राधे-राधे जपो चले आएंगे बिहारी” और “कान्हा सो जा ज़रा” से माहौल को जीवंत कर दिया। भक्त नृत्य और भक्ति में लीन होकर झूम उठे, और मंदिर प्रांगण तालियों, घुंघरुओं की छनकार, और “राधे-राधे” के जयघोष से गूंज उठा। सैकड़ों क्षेत्रवासियों ने इस भक्ति रस में डूबकर भगवान नारायण के कृष्ण स्वरूप के प्रादुर्भाव के पावन क्षणों का आनंद लिया।
उत्सवमय स्वरूप में सजा मंदिर
मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों, झालरों, और दीपों से सजाया गया था। श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की मनमोहक झांकी ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। भक्तों ने माखन-मिश्री और पंजीरी का प्रसाद ग्रहण किया, जो उत्सव की मिठास को और बढ़ा रहा था। नंदपुरी, गोविंदपुरी और रामनगर के निवासियों ने एकजुट होकर इस उत्सव को ऐतिहासिक बना दिया। यह आयोजन न केवल भक्ति का प्रतीक बना, बल्कि सामुदायिक एकता और श्रद्धा का भी उत्कृष्ट उदाहरण रहा।