दुर्गापुर। भारी से लेकर बहुत भारी पत्थर लदे ट्रक खासकर सैकड़ों की संख्या मे बालू ढोने वाले ट्रकों और डंपरों की अनियंत्रित आवाजाही के कारण, दुर्गापुर के पानागढ़ स्थित रंडिया मोड़ से कांकसा सीलमपुर गाँव तक की ग्रामीण सड़क एक खराब और जर्जर सड़क में तब्दील हो गई है, जिसे सड़क कहना भी गलत होगा, बल्कि यह कच्ची सड़क और खाई में तब्दील हो गई है। इस संबंध में, स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से बार-बार लिखित रूप से और जन हस्ताक्षरों के माध्यम से नालियों और सड़कों के निर्माण की अपील की है। लेकिन अभी तक कांकसा प्रखंड प्रशासन ने सड़क की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था करने के लिए कोई पहल नहीं की है। हालांकि पानागढ़ के रेलपाड़ा इलाके में कुछ सड़कों पर नालियों का निर्माण किया गया है, लेकिन प्रशासन ने रंडीहा चौराहे और सीलमपुर रोड पर कोई ध्यान नहीं दिया है, जिसके परिणामस्वरूप आए दिन कुछ दुर्घटनाएं होती रही हैं। लेकिन इस बार, जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण, बारिश के दौरान खराब सड़क पर एक बड़ा गड्डा बन गया और गड्ढे को भरने की कोशिश करते समय एक युवक की ट्रक के पहिये के नीचे कुचलकर मौत हो गई। मृत युवक की पहचान लगभग 24 वर्षीय कृष्णा बाउरी के रूप में हुई है। कंक्षा के सीलमपुर इलाके में तनाव फैल गया है। पूरा इलाका व्यावहारिक रूप से युद्ध के मैदान में बदल गया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि खराब सड़क के कारण आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं। शुक्रवार की सुबह, कृष्णा बाउरी अपने घर से बाजार जा रहे थे। गड्ढे को भरने की कोशिश करते समय, एक लॉरी ने कृष्णा बाउरी की साइकिल को टक्कर मार दी, उत्तेजित भीड ने एक लॉरी और एक डंपर में तोड़फोड़ की और सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन भी किया। जब पुलिस मौके पर पहुंची तब भी स्थानीय लोगों ने पुलिस को घेर लिया और विरोध प्रदर्शन किया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि सैकड़ों बजरों से भारी मात्रा में रेत लादकर लॉरी और डंपर रोजाना लापरवाही से चल रहे हैं। ऊपर से खराब सड़क के कारण हर दिन सभी को जोखिम उठाना पड़ता है। कई स्कूली छात्र भी इसी सड़क से स्कूल आते-जाते हैं। इस सड़क पर आए दिन छोटी-मोटी दुर्घटनाएं होती रहती हैं। इसलिए इलाके के लोगों ने मांग की है कि सड़क की जल्द मरम्मत की जाए और साथ ही ट्रैफिक कंट्रोल भी किया जाए। वहीं रंडीहा मोड़ के स्थानीय लोगों ने आशंका जताते हुए कहा है कि अगर रंडीहा मोड़ से रेल फाटक तक सड़के गड्ढे और धंसाव में तब्दील हो चुकी इस जर्जर सड़क की जल्द ही जल निकासी व्यवस्था के साथ मरम्मत नहीं की गई तो सीलमपुर की तरह यहां भी कभी भी किसी की जान जा सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि वे लोग कांकसा ब्लॉक प्रशासन को लिखित रूप से तथा सार्वजनिक हस्ताक्षरों के माध्यम से पुनः आवेदन देंगे कि नालियों सहित सड़क की मरम्मत की जाए तथा भारी से लेकर बहुत भारी बालू तथा विभिन्न समुच्चयों को ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही पर नियंत्रण किया जाए। इसके बाद भी उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन इस संबंध में कोई पहल नहीं करता है तो वे लोग एक बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।