आसनसोल। आसनसोल शिल्पांचल के जाने-माने वरिष्ठ अधिवक्ता एवं समाजवादी राजद नेता राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य श्री नंद बिहारी यादव ने भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा बिहार उसके बाद बंगाल में विशेष मतदाता पुनरीक्षण निर्वाचन आयोग द्वारा कार्य करने के अवैध एवं फर्जी तरीके पर हमला करते हुए कड़ा प्रहार किया है श्री यादव ने कहा कि भारतीय निर्वाचन आयोग पूरी तरह से भाजपा का निर्वाचन आयोग हो चुका है और यह जो भी कार्यकर्ता है केवल भाजपा को चुनाव जीतने की रणनीति तैयार करता है नरेंद्र मोदी आरएसएस और बीजेपी कोई अब पता हो गया है कि भारत की जनता उसके खिलाफ हो चुकी है और उसे वोट नहीं देगी अब उसे मोदी के खिलाफ जो पूरी तरह से 2014 से लेकर के 25 तक भारत को तबाह कर दिया है देश की 140 करोड़ जनता पूरी तरह से त्राहिमाम की स्थिति में है और इस संघ और भाजपा की सरकार ने भारत के संविधान को खत्म कर दिया है लोकतंत्र के सभी स्तंभों को ध्वस्त करने का लगातार प्रयास जारी कर रहा है कार्यपालिका विधायिका से लेकर न्यायपालिका में भी संघ पूरी तरह से हस्तक्षेप कर भारत के गणतंत्र को खत्म करने का साजिश रच रहा है इस पर उन्होंने ध्यान आकृष्ट करते हुए भारत के सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का ध्यान आकर्षित करते हुए स्वत संज्ञा लेने का अपील किया श्री यादव ने कहा कि भारत के संविधान में यह प्रावधान है की भारत का सर्वोच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश स्वतंत्र संज्ञान लेकर किसी भी व्यक्ति संस्था या संगठन के विरुद्ध कार्यवाही कर भारत के संविधान की रक्षा कर सकता है अतः भारतीय निर्वाचन आयोग पूरी तरह से भाजपा का निर्वाचन आयोग बन चुका है और यह जो भी अपना कार्य करता है भाजपा को चुनाव जीतने के लिए रणनीति तैयार करता है इसलिए भारत का निर्वाचन आयोग भारतीय लोकतंत्र के लिए और संविधान के लिए पूरी तरह से खतरा है उन्होंने इतना ही नहीं न्यायपालिका में भी भारतीय जनता पार्टी द्वारा पार्टी कैडरों को जज बनाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का ध्यान आकृष्ट किया उन्होंने कहा कि अभी तुरंत महाराष्ट्र में भाजपा की एक महिला पूर्व प्रवक्ता को महाराष्ट्र हाई कोर्ट में एडिशनल जज बनाया गया है जो भारतीय न्यायपालिका को कलंकित करने का कम एवं भारत के संविधान और न्यायपालिका पर हमला है श्री यादव ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश का ध्यान आकृष्ट करते हुए भारतीय निर्वाचन आयोग को भंग कर देने एवं विशेष पुनरीक्षण मतदाता कार्यक्रम को वापस लेने की मांग की श्री यादव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट अगर भाजपा संघ के इस लगातार हमले में संविधान पर हो रहे हैं इसके खिलाफ अगर सख्त कदम नहीं उठाया और भाजपा आरएसएस पर अगर कानूनी और संवैधानिक कार्रवाई नहीं की तो देश में जनक्रांति और जनविद्रोह होने की आशंका है जिससे पूरे भारत के गणतंत्र और भारत के सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों अशांत हो सकती है इसलिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट को तुरंत केंद्र शासित भाजपा सरकार एवं भाजपा शासित राज्य की सरकारों में हो रहे संवैधानिक विरोधी कार्य पर लगाम लगाने के लिए एवं निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए भारत के निर्वाचन आयोग को भंग करके उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के किसी जस्टिस के देख देख में लोकसभा विधानसभा तथा हर निर्वाचन कार्य करने के लिए मांग किए है