आसनसोल के दामोदर नदी से अवैध बालू खनन के विरोध और पेयजल संकट के समाधान को लेकर भाजपा ने जिलाधिकारी कार्यालय समक्ष विरोध प्रदर्शन कर दिया ज्ञापन

आसनसोल। आसनसोल के बुर्णपुर इलाके स्थित काला झरिया में दामोदर नदी पर मुख्य पीएचई जल पाइपलाइन ले जाने वाले लोहे के पुल का अगला हिस्सा बुधवार को अचानक ढह कर नदी गिर जाने से आसनसोल शिल्चापांल के एक बड़े हिस्से में पानी का बड़ा संकट मंडराने लगा है। जिससे खास तौर पर रानीगंज और जामुड़िया क्षेत्र के हजारों परिवार भीषण पेयजल संकट की चपेट में आ गए। इस पुल के ढहने से कई इलाकों में पानी की आपूर्ति करने वाली पाइपलाइन को भारी नुकसान पहुंचा है, जिससे लंबे समय तक पानी की आपूर्ति बाधित रहने की आशंका बढ़ गई है। वही भाजपा ने इस हादसे के लिए सीधे तौर पर दामोदर नदी मे हो रहे अवैध रूप से बालू खनन को ज़िम्मेदार ठहराते हुए जिला प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। इसको लेकर भाजपा के आसनसोल सांगठनिक जिला के आह्वान पर शुक्रवार को जिलाध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य के नेतृत्व मे भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने अवैध बालू खनन के विरोध और पेयजल संकट के समाधान की मांग को लेकर पश्चिम बर्दवान जिला शासक कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन किया गया और इस उपरांत एक ज्ञापन सौंपा गया.इस विरोध रैली मे भाजपा जिलाध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य के अलावा प्रदेश भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी अरिजीत राय, केशव पोद्दार समेत बड़ी संख्या मे भाजपा कार्यकर्त्ता और समर्थक मौजूद थे।इस मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष देवतनु भट्टाचार्य ने कहा कि कालाझरिया में हुई दुर्घटना का एकमात्र कारण दामोदर नदी से अवैध और अवैज्ञानिक तरीके से बालू का उत्खनन था। बालू चोरी के कारण पूल के नीच गड्ढा बन गया था, जिस वजह से ब्रिज गिरा है.यह सीधे तौर पर सरकार की लापरवाही का नतीजा है, जिसका खामियाजा अब आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.उन्होंने इसके लिए सत्तारूढ़ दल के नेताओं को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि यह उनकी सीधी मदद के कारण हो रहा है और यह घटना उसी का नतीजा है। उन्होंने कहा कि अब आम लोगों को तृणमूल नेताओं के इस लालच की कीमत चुकानी पड़ रही है. इस कारण इलाके के एक बड़े क्षेत्र मे पीने के पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.आगे उन्होंने कहां कि तृणमूल कांग्रेस सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए डीवीसी पर दोष मढ़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अगले दो दिनों में पेयजल समस्या का समाधान नहीं हुआ तो एक बड़ा आंदोलन शुरू किया जाएगा.वही भाजपा नेता कृष्णेंदु मुखर्जी ने प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि अवैध बालू खनन के कारण दामोदर नदी की हालत बदतर हो गई है.जिस वजह से यह घटना घटित हुई है.यह केवल एक पुल नहीं टूटा है,यह सीधे तौर पर सरकार की व्यवस्था और लापरवाही का नतीजा है.जिसका खामियाजा अब आम जनता को भुगतना पड़ रहा है

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