कोलकाता । भारत सहित पूरे विश्व में आज (21 जून) अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है, इस मौके पर बीएसएफ दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बड़े पैमाने पर न सिर्फ अपने मुख्यालय में योग का आयोजन किया अपितु मुख्यालय के अंतर्गत सभी बटालियन हेडक्वार्टर और बोर्डर पर सीमा चौकियों में भी योग स्थल बनाकर लोगों को योग के लिए प्रेरित किया। इस वर्ष योग दिवस की थीम ‘मानवता के लिए योग’ रखी गई है।
योग दिवस के मौके पर संबोधन करते हुए दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक डॉ० अतुल फुलझेले ने कहा कि स्वस्थ्य रहने से मतलब केवल शारीरिक स्वास्थ्य से नहीं होता है बल्कि मानसिक स्वास्थ्य से भी है। इसलिए योग में शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य पर जोर भी दिया गया है।’ महानिरीक्षक ने सीमांत मुख्यालय में स्वेच्छा से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस में शामिल हुए बीएसएफ कार्मिकों और उनके परिजनों व मीडिया साथियों को भविष्य में भी योग से जुड़े रहने तथा अपने आस पास के लोगों को योग के प्रति जागरूक करने के लिए प्रेरित किया।
पांच हजार जवान बने योगाचार्य, ड्यूटी के साथ कराते है योग
– अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत से ही बीएसएफ ने योग को अपने दैनिक शारीरिक व्यायाम में शामिल किया है। इसी का नतीजा है कि सीमा सुरक्षा बल में योग को एक अभ्यास के रूप में स्वीकृति मिली है। इसके लिए बीएसएफ ने अपने चार से पांच हजार योगाचार्य प्रशिक्षित किए है। योगाचार्य बनने के बाद ये प्रशिक्षक केवल योग ही नहीं सिखाते, बल्कि बॉर्डर पर ड्यूटी भी देते हैं। अंतर्राष्ट्रीय सीमा की रक्षा के लिए तैनात ‘सीमा सुरक्षा बल’ (बीएसएफ) के सभी अधिकारियों और जवानों का स्वास्थ्य बेहतर बनाने की खातिर उन्हें योग में पारंगत बनाया गया है। योग की मदद से जवानों की मानसिक और शारीरिक फिटनेस को दुरुस्त रखा जा रहा है। एक शोध के अनुसार योग सुरक्षा बल के सदस्यों के बीच नींद में सुधार और पोस्ट– ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर से जुड़ी भावनाओं को कम करने जैसे कि क्रोध, चिंता, अवसाद, भावात्मक प्रतिक्रिया एवं पुराने दर्द का इलाज करने के लिए दिखाया गया है। योग माइंडफूलनेस आधारित माइंड फिटनेस ट्रेनिंग का एक रूप है जिसमें विश्राम, ध्यान और सांस लेने के पहलू शामिल है, से सुरक्षा बलों के सदस्यों का तनाव प्रबंधित होता है, भावनाओं पर नियंत्रण तथा अराजक क्षणों में केंद्रित होने की क्षमता में सुधार होता है।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के वरिष्ठ डीआईजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि आठवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर जवानों ने सीमाओं से संबंधित चुनौतियों का सामना करते हुए दुनिया की चाक चौबंद से दूर सीमावर्ती लोगों को योग के प्रति जागरूक किया है। सीमा चौकी स्तर तक तैनात प्रहरियों ने सोशल डिस्टेंसिंग व सभी सुरक्षा मानदंडों का पालन करते हुए आठवां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस उत्साहपूर्वक मनाया। उन्होंने बताया कि, योग के माध्यम से जवान अपने साथ–साथ दूसरे लोगों को शारीरिक स्वच्छता व तनावमुक्त जीवन जीने का संदेश दे रहे हैं। हालांकि कोविड-19 महामारी ने हमारी गतिशीलता को कम करने का प्रयास किया था, परंतु कोई भी आपदा बीएसएफ की भावनाओं और योग के प्रति उत्साह को कम नहीं कर सकती।
गुलेरिया ने कहा ‘व्यायामात लभते स्वास्थ्य, दीर्घआयुषम परमसुखम, आरोग्यं परमम भाग्यम, स्वास्थम सर्वार्ध साधनम’ यानी योग व्यायाम से हमें अच्छा स्वास्थ्य मिलता है।