मैथन। पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण तेनुघाट एवं कोनार डैम से पानी छोड़ा गया है। जिसको लेकर मैथन एवं पंचेत डैम के जलस्तर में तेजी से वृद्धि की चेतावनी केंद्रीय जल आयोग द्वारा जारी की गई है ।
केंद्रीय जल आयोग की चेतावनी को देखते हुए मंगलवार से मैथन डैम से 18500 एकड़ फीट पानी छोड़ा जा रहा है। जबकि 12660 एकड़ फीट पानी मैथन जलाशय में आ रहा है । फिलहाल मैथन डैम का जलस्तर 473 फीट पर बना हुआ है। वहीं पंचेत डैम से गेट खोलकर 72500 एकड़ फीट पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि पंचेत जलाशय में 51750 एकड़ फीट पानी आ रहा है। पंचेत डैम का जलस्तर 408 फीट पर बना हुआ है।
गौरतलब है कि डी वी सी के मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ने पर बंगाल के कुछ इलाके प्रभावित होते हैं। कई बार बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बाढ़ के कारण जान-माल के नुकसान का अंदेशा बना रहता है। डैम से पानी छोड़ने के कारण पिछले साल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डी वी सी पर काफी नाराज हो गईं थीं। उनका आरोप था कि डी वी सी ने बिना पूर्व सूचना के मैथन और पंचेत डैम से पानी छोड़ दिया था,जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई थी। ममता बनर्जी ने तब केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाया था कि वह डी वी सी के साथ मिलकर बंगाल के लोगों को परेशान कर रही है। इधर, डी वी सी प्रबंधन का कहना था कि डी वी सी के डैम से पानी छोड़ने का निर्णय केंद्रीय जल आयोग की एक कमेटी करती है। इस कमिटी में बंगाल सरकार के भी प्रतिनिधि शामिल रहते हैं। इसलिए, बिना पूर्व सूचना के पानी छोड़ने का आरोप सही नहीं है। गुस्साई ममता बनर्जी ने बंगाल सरकार के प्रतिनिधि को केंद्रीय जल आयोग की कमिटी से वापस बुला लिया था। बाद में सब ठीक हो गया था।