एफआईआर दर्ज, महाप्रबंधक ने कहा एरिया में गड़बड़ी एवं चोरी पर की जाएगी कड़ी कार्रवाई
आसनसोल। पश्चिम बर्दवान जिले का कोयलांचल कोयला चोरी के लिए विख्यात है. जहां एक और वैध कोयला चलता है तो वहीं दूसरी उसके समांतर रूप से अवैध कोयला का भी कारोबार चलता रहता है. इस अवैध कारोबार में ऊपर से नीचे से तक मिली भगत रहती है एवं पैसो का बंदर बांट होता है ऊपरी महल तक मोटी रकम जाती है एवं प्रशासन के संरक्षण में धड़ल्ले से अवैध कारोबार चलता है. 2024 के दिसंबर महीने से अवैध कारोबार पर अंकुश लगा था. परंतु लगभग कुछ महीने से जामुड़िया,पांडवेश्वर एवं कुल्टी इलाके में फिर से अवैध कोयला सिंडिकेट सक्रिय हो गया एवं अवैध कारोबार चालू हो गया.
इस अवैध कोयले के खेल में ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर क्षेत्र का सातग्राम सेंट्रल डिपो पिछले वर्ष काफी चर्चा में रहा था. ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर क्षेत्र के पूर्व महाप्रबंधक के कार्यकाल में जमकर कोयला चोरी हुई थी जहां सातग्राम-श्रीपुर एरिया के सेंटल डिपो से सीधे ट्रक में माल लोड कर कोयला निकाला था.जिसे सुरक्षा कर्मी ने पकड़ा था.जिसके बाद इसको लेकर मामला भी दर्ज हुआ था परंतु कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.और यह कोयला लूट का खेल कुछ दिनों तक बंद रहा। इसी डिपो में फिर से कोयला चोरी की कोशिश शुरू हो गई है परंतु नए महाप्रबंधक कोयला चोरी तथा अवैध कार्यों के खिलाफ काफी सजग दिख रहे हैं. हाल ही में उन्होंने ईसीएल की जमीन पर अवैध अतिक्रमण को तुड़वाया था जिसके बाद अतिक्रमण करने वालों ने विरोध प्रदर्शन किया था.अब उन्होंने कोयला चोरी रोकने के लिए तत्परता दिखाई है. जहां सेंट्रल डिपो में शुक्रवार को उनके सुरक्षा गार्डों ने डिपो में कोयल की जगह पत्थर गिरने के मामले को पकड़ लिया.पहले यहां कोयला अदल-बदल का खेल के काफी सुनियोजित तरीके से किया जाता था. एरिया अंतर्गत विभिन्न कोलियरी से आने वाला कोयला बदल दिया जाता था. ईसीएल के हर वाहन में जीपीएस लगा होता है। कोलियरी से सेंट्रल डिपो में आने वाला कोयला जीपीएस लगे डंपर में लदा रहता है. अब उसी जीपीएस लगे डंपर की तरह तथा एक नंबर का दूसरा डंपर बैंड पत्थर और मिट्टी लादकर रास्ते मे यानी रानीसायर ब्रिज के पास खड़ा रहता था. फिर उक्त जगह पर असल डंपर से जीपीएस खोलकर नकल डंपर में लगा दिया जाता था, जिसके बाद असल कोयला अवैध डिपो में और नकल यानी बैंड पत्थर वैध डिपो में गिराया जाता था. इस तरह से यह काफी दिनों तक खुलेआम चला. बड़े पैमाने पर शिकायत मिलने के बाद दबाव में आकर सातग्राम-श्रीपुर एरिया के सेंट्रल डिपो में कार्रवाई हुई और ऐसे बैंड पत्थर लदे 6 डंपर पकड़ाए थे. जिसकी शिकायत भी दर्ज कराई गई थीं. फिर यह धंधा लगभग बंद से होता दिखा, लेकिन शुक्रवार की घटना ने फिर एक बार यह संकेत दे दिया है कि कोयला चोर फिर सक्रिय हो गए है. ईसीएल के सातग्राम श्रीपुर एरिया के सुरक्षा गार्डों की तत्परता से शुक्रवार को सातग्राम श्रीपुर एरिया के सेंट्रल डिपो में कोयला चोरी पकड़ी गई है. जानकारी के अनुसार सातग्राम श्रीपुर एरिया के एसएसआई कोलियरी के ओसी पैच से कोयला लोड कर निकलने के बीस मिनट बाद जीपीएस एलर्ट दिखाया एवं लगभग एक घंटे के बाद वही डंपर सेंट्रल डिपो पहुंचा जहां माल अनलोड करते समय ईसीएल के सुरक्षा गार्ड भोलानाथ माजी की नजर माल पर पड़ी जहां कोयले की जगह पत्थर दिखाई दिया. जिसके पास सुरक्षा गार्ड ने माल अनलोड करने से ड्राइवर को रोक दिया एवं उच्च अधिकारियों को इस बात की जानकारी दी. इसके बाद उच्च अधिकारियों ने जांच शुरू की एवं कोयला चोरी की आशंका जताई जिसके बाद इस मामले को लेकर एसएसआई कोलियरी के प्रबंधक ने श्रीपुर फांड़ी में मामला दर्ज कराया.
एसएसआई कोलियरी के प्रबंधक द्वारा दर्ज एफआईआर के माध्यम से कहा गया है कि डंपर वाहन जिसका पंजीकरण नंबर डब्ल्यूबी 39सी 2377 है, जिसे रति कांत जमादार, पुत्र शीतल जमादार (ड्राइविंग लाइसेंस नंबर जेएच2120230000130) चला रहे हैं, जो गांव – मुरादेरिया, पी.ओ – जाहिदपुर, पी.एस – कुंडहित का निवासी है, जो ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के सतग्राम-श्रीपुर क्षेत्र के अंतर्गत एसएसआई (निंघा) ओसी पैच से मॉडर्न सातग्राम साइडिंग (एमएस साइडिंग) तक कोयला परिवहन में लगा हुआ है।
दिनांक 06.06.2025 को उक्त वाहन एसएसआई (निंघा) ओसी पैच से कोयला लोड कर 09:26 बजे मुख्य द्वार से बाहर निकला तथा उक्त वाहन 09:43 बजे रानीसायर मोड़ पहुंचा तथा तत्पश्चात 10:47 बजे एमएस साइडिंग पहुंचा।
हालांकि, एमएस साइडिंग में अनलोडिंग प्रक्रिया के दौरान, यह देखा गया कि कोयले में पत्थर/शेल बैंड की भारी मात्रा मिली हुई थी। वीटीएमएस/जीपीएस डेटा के साथ आगे की जांच और क्रॉस-सत्यापन पर, यह पाया गया कि ट्रैकिंग सिस्टम के साथ सुबह 09:47 बजे छेड़छाड़ की गई थी। यह सिस्टम में जानबूझकर हस्तक्षेप और कोयला चोरी करने की योजनाबद्ध कोशिश को दृढ़ता से इंगित करता है। इस विषय को लेकर महाप्रबंधक ने पुलिस से कार्रवाई करने की मांग की है. इस विषय को लेकर सातग्राम श्रीपुर एरिया के महाप्रबंधक रॉबिन थनौजा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह हमारे एरिया के केंद्रीय डिपो के सुरक्षा गार्ड से पता चला कि एक गाड़ी से खराब कोयला आया है तो मैंने उसे अनलोड करने से मना कर दिया. मैंने कहा कि जहां से कोयला आया है उसे मैनेजर को बुलाकर कोयला को दिखाओ. इसके बाद पता चला कि वह कोयला हम लोगों का नहीं है. उसमें पत्थर वगैरह मौजूद है. हम लोगों के सभी वाहन में जीपीएस रहता है जिससे पता चल जाता है की गाड़ी कहां रुका था. जीपीएस के माध्यम से पता चला की गाड़ी एक जगह पर रुका था वहां से गड़बड़ की गई थी. उसके बाद हम लोगों ने ड्राइवर से सख्ती से पूछताछ की ड्राइवर ने बताया कि वह रानीसायर से आगे कोयला लेकर गया था वहां से कोयला अनलोड कर उसमें पत्थर मिलाया गया था, उसके बाद वह डिपो पहुंचा था. हमलोगों ने गाड़ी को सीज कर डिपो में ही रख दिया है. हम लोगों ने इस मामले को लेकर श्रीपुर फांड़ी में शिकायत दर्ज कर दी है एवं कार्रवाई करने को कहा है.
महाप्रबंधक ने कहा कि हमारे एरिया में कोई भी गड़बड़ी नहीं चलेगी एवं किसी भी कीमत पर कोयला चोरी नहीं होने दिया जाएगा.ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या नए जीएम के आने के बाद भी पूर्व जीएम के कार्यकाल की तरह ईसीएल के कोयला लूट का खेल चलता रहेगा, या फिर इसपर कोई अंकुश लगेगा।