बराकर। पश्चिम बंगाल में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक का एक तरफ जहां परिणाम सामने आ गया है तो वहीं दूसरी ओर एक्जाम में पास हुए तमाम छात्र और छात्राएं अपनी आगे की उच्च शिक्षा के लिये अपने -अपने इलाके के उच्च विद्यालयों व कॉलेजों में दाखिले के लिये दौड़ भाग में जुट गए हैं, इसी बिच कुल्टी विधानसभा इलाके में स्थित बराकर श्री मारवाड़ी विद्यालय ने अपने विद्यालय में एक नोटिस चिपका दिया है, जिस नोटिस में लिखा है 11वीं और 12वीं के छात्र और छात्राओं के दाखिले को यह कहकर बंद कर दिया है की उनके विद्यालय मे शिक्षकों की कमी है, जिस कारण वह अपने विद्यालय मे 11वीं और 12वीं के छात्र और छात्राओं का दाखिला नही ले सकते, स्कूल प्रबंधक ने स्कूल के छात्र और छात्राओं को उनके वाट्सअप पर भी नोटिस भेजकर विद्यालय प्रबंधक द्वारा लिये गए इस फैसले के बारे में बताया है, साथ में उनकी सुविधा के लिये एक सुझाव भी दिया है, जिस सुझाव में उन्होंने बाहरी स्कूलों के साथ-साथ अपने विद्यालय से पास हुए माध्यमिक के छात्र और छात्राओं को ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने को कहा है, यह बताते हुए की जिन छात्र और छात्राओं को 11वीं और 12वीं की पढ़ाई के लिये दूर जाने मे समस्या आ रही हो वह छात्र और छात्रा ओपन यूनिवर्सिटी में दाखिला ले सकते हैं। विद्यालय की शिक्षक इंचार्ज दीपिका राय ने कहा है की विद्यालय में 36 शिक्षक होने चाहिए पर वर्तमान में कुल 12 शिक्षक हैं, इसके अलावा विद्यालय में स्टाफ की भी कमी है, जो अबतक पूरी नहीं हो पाई है। वहीं इस मुद्दे पर पश्चिम बंगाल के सुप्रसिद्ध उद्योगपति और समाजसेवी सुभाष अग्रवाला ने भेंट वार्ता में बताया कि यह विद्यालय हमारे पूर्वजों की धरोहर है और पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा संचालित है। इस मुद्दे पर जल्द ही बंगाल सरकार अपनी सजगता प्रदर्शित करते हुए शिक्षकों की नियुक्ति अतिशीघ्र सम्पन्न करेगी ताकि सभी छात्र छात्राओं को समय पर और सुचारु शिक्षा प्राप्त हो सके।