कोलकाता, 23 मई । पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार की पत्नी कोयल मजूमदार पर दो अलग-अलग स्थानों पर मतदाता पहचान पत्र रखने का आरोप लगा है। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग (ईसी) ने जांच शुरू कर दी है। आयोग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कोयल मजूमदार के पास दो अलग-अलग ईपीआईसी नंबर वाले मतदाता पहचान पत्र हैं। एक पहचान पत्र बालुरघाट में उनके विवाहोपरांत नाम कोयल मजूमदार के नाम पर है, जबकि दूसरा जलपाईगुड़ी में उनके कुंवारी नाम कोयल चौधरी के नाम पर जारी किया गया था।
अधिकारी के अनुसार, “यदि उन्होंने फॉर्म-18 के माध्यम से बदलाव की सूचना दी होती तो यह स्थिति उत्पन्न नहीं होती। किसी भी बदलाव की सूचना देना मतदाता की जिम्मेदारी होती है, लेकिन इस मामले में चुनाव आयोग को कोई जानकारी नहीं दी गई।”
बताया गया है कि शादी के बाद कोयल ने बालुरघाट में फॉर्म-6 भरकर नया मतदाता कार्ड बनवाया था, लेकिन दोनों कार्डों के ईपीआईसी नंबर और उपनाम अलग होने की वजह से यह गलती तत्काल पकड़ में नहीं आ सकी।
चुनाव आयोग अब दोनों पहचान पत्रों की फोटोग्राफ और अन्य व्यक्तिगत विवरणों की जांच कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोनों कार्ड एक ही व्यक्ति के हैं।
राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनोज अग्रवाल ने इस मामले में जलपाईगुड़ी और दक्षिण दिनाजपुर के जिलाधिकारियों से जल्द रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।
यह मामला सामने आने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है और चुनावी पारदर्शिता को लेकर एक बार फिर सवाल उठने लगे हैं।