आसनसोल। आसनसोल के बाराबनी थाना पुलिस की गश्त टीम ने रविवार देर रात तोताराम मोड़ के पास दो ओवरलोड डंपरों को पकड़ा। जब्ती के बाद उन्हें बाराबनी भूमि एवं राजस्व अधिकारी (बीएलआरओ) को सौंप दिया गया। सोमवार को जांच के दौरान असली रहस्य उजागर हुआ, चालान पर लिखी बालू की मात्रा डम्पर के भार से मेल नहीं खा रही थी. परिणामस्वरूप, प्रत्येक डम्पर पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया गया, जो कुल मिलाकर एक लाख रुपये हुआ।
बीएलआरओ अधिकारी ने बताया कि हालांकि डम्पर में बालू वैध थी, लेकिन
उसमें माल के दस्तावेज में उल्लिखित मात्रा से अधिक बालू भरी हुई थी। इसी कारण जुर्माना लगाया गया। डम्पर मालिकों ने तुरंत जुर्माना अदा किया और अपने वाहन छोड़ लिए। लेकिन कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती. स्थानीय लोगों की मिश्रित प्रतिक्रियाएँ सामने आई, पुलिस की इस कार्रवाई की, जहां कुछ लोगों ने सराहना की, वहीं कई लोगों ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘यह तो बालू के धंधे में बालू की एक बूंद मात्र है! बाराबनी की सड़कों पर ओवरलोड वाहनों का यह खेला कोई नई बात नहीं है। सड़कें क्षतिग्रस्त होती हैं, पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है,फिर भी कुछ लोगो के लालच के पहिए घूमते रहते हैं। पुलिस का यह ऑपरेशन एक सख्त संदेश की तरह है- नियमों से परे गए तो ‘भारी’ जुर्माना देना पड़ेगा.बीएलआरओ के अधिकारियों ने कहा कि अवैध बालू परिवहन और ओवरलोडिंग को रोकने के लिए इस तरह के ऑपरेशन आगे भी जारी रहेंगे। स्थानीय लोगों को अब इंतजार है कि क्या यह जुर्माना सिर्फ उनकी जेब पर भारी पड़ेगा, या इससे अवैध बालू के कारोबार पर लगाम लगेगी? यह ‘चालान’ कितना कारगर होता है, या फिर बालू के वजन में ही गुम हो जाएगा, यह तो वक्त ही बताएगा।