अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के चेयरमैन ने लिखा प्रधानमंत्री को पत्र
नई दिल्ली : ‘ भारत के गद्दारों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है।हर रोज नए गद्दारों के चेहरे बेनकाब हो रहे हैं।दरअसल ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को धूल चटा देने के बाद अब भारत में ऐसे लोगों की तलाश तेज हो गई है जो दुश्मन पड़ोसी देश के साथ गद्दारी कर रहे थे। हरियाणा से एक और ऐसे ही शख्स को गिरफ्तार किया गया है जिस पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का आरोप है। यह हरियाणा से पांचवीं और नूंह जिले से दूसरी गिरफ्तारी है। ‘ मानवाधिकार को लेकर लगातार संघर्ष कर रहे इंटरनेशनल इक्विटेबल ह्यूमन राइट्स सोशल काउंसिल के इंटरनेशनल चेयरमैन संजय सिन्हा ने यह जानकारी इस संवाददाता को दी।उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखकर देश के गद्दारों को मौत से भी बड़ी सजा देने की मांग की है।उन्होंने पीएम को’ एक्स’ पर भी लिखा है। ज्ञात हो कि यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को हिसार और अरमान को नूंह से पकड़ा गया था।हरियाणा पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियों ने नूंह के तावड़ू सब डिवीजन के कंगारका गांव से तारिफ नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया है। इस मामले में तावड़ू सदर पुलिस थाने में तारिफ के अलावा पाकिस्तानी हाई कमीशन के दो स्टाफ सदस्यों पर भी केस दर्ज किया गया है।
संजय सिन्हा ने बताया कि, ‘ चंडीगढ़ पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने तावडू सीआईए और सदर थाना पुलिस के साथ मिलकर उसे गांव बावला के पास से पकड़ा। पुलिस को देखते ही तारीफ ने अपने मोबाइल से कुछ चैट डिलीट करने की कोशिश की, लेकिन टीम ने मोबाइल जब्त कर जांच शुरू कर दी।जांच में उसके मोबाइल में पाकिस्तानी नंबरों से की गई चैटिंग, फोटो, वीडियो और सैन्य गतिविधियों से जुड़ी तस्वीरें मिलीं। तारीफ दो अलग-अलग सिम कार्ड से लगातार पाकिस्तान के संपर्क में था। पुलिस का कहना है कि तारीफ ने पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात आसिफ बलोच और जाफर को भारत की खुफिया जानकारियां देकर देश की सुरक्षा को खतरे में डाला। इस मामले में नूंह जिले के तावडू सदर थाने में भारतीय दंड संहिता, ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 और देशद्रोह की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
नूंह जिले के राजाका गांव में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में दो दिन पहले ही 26 साल के अरमान को गिरफ्तार किया गया था। आरोपी अरमान को दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात एक कर्मचारी के जरिए भारतीय सेना और अन्य सैन्य गतिविधियों से संबंधित सूचनाएं पाकिस्तान को देने के आरोप में पकड़ा गया।’
श्री सिन्हा ने कहा, ‘ भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच अब एक हैरान कर देने वाली रिपोर्ट सामने आयी है। जिसमें यह खुलासा किया गया है कि भारत और पाकिस्तान तनाव के बीच चीन ने पाकिस्तान की मदद करने के लिए भारत की जासूसी की थी।चीन ने भारत की जासूसी ही नहीं की बल्कि सेटेलाइट डेटा भी पाकिस्तान को भेजा। ‘ गौरतलब है कि अब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर सक्रिय संदिग्ध तत्वों की निगरानी और जांच को और तेज करने की दिशा में स्वाभाविक ही काम कर रही है। चेयरमैन संजय सिन्हा इस दिशा में तेज और सख्त कदम उठाने की जरूरत पर बल दिया है।उन्होंने कहा कि, ‘ गद्दारों की फेहरिस्त में और भी कई कई नाम जुड़ सकते हैं।’