कोलकाता । पश्चिम बंगाल में पैगंबर मोहम्मद विवाद को लेकर पिछले सप्ताह जारी भारी हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी के बाद अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे हैं। हालांकि हावड़ा, नदियां और मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में अभी भी हालात तनावपूर्ण हैं और ऐसे प्रदर्शनों को रोकने के लिए अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। सोमवार के बाद मंगलवार को इन इलाकों में शांति छाई है और लोग अभी भी अपने अपने घरों में दुबके हुए हैं। एक दिन पहले ही राज्य में कानून व्यवस्था के एडीजी जावेद शमीम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया था कि पश्चिम बंगाल में स्थिति शांतिपूर्ण हो गई हैं और हालात काबू में हैं। हिंसा और तोड़फोड़ के मामले में 42 प्राथमिकी दर्ज हुई है जबकि 200 से अधिक लोगों की गिरफ्तारी का दावा किया है। हावड़ा में इंटरनेट सेवाओं को दोबारा शुरू कर दिया गया है लेकिन मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में अभी भी 15 जून तक इंटरनेट सेवा निलंबित रहेंगी। इसके अलावा राज्य गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि नदिया जिला के बथुआडहरी में इंटरनेट सेवाओं को फिर से शुरू करने पर फैसला वहां की स्थिति की समीक्षा के बाद ही लिया जाएगा। मंगलवार को किसी भी नए प्रदर्शन अथवा अप्रिय घटना की सूचना राज्य के किसी भी हिस्से से नहीं मिली है। रेलवे स्टेशनों पर आरपीएफ के साथ अतिरिक्त संख्या में जीआरपी के जवानों की तैनाती कर दी गई है। मंगलवार को भी धर्मतल्ला में अल्पसंख्यक समुदाय का विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है लेकिन कोलकाता पुलिस ने यहां सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की है और प्रदर्शनकारियों ने आश्वस्त किया है कि शांतिपूर्वक तरीके से विरोध जताएंगे।