हनुमान पुस्तकालय में राम पर कविता की बौछार हुई

हावड़ा, 7 अप्रैल। पश्चिम बंगाल की स्वनामधन्य संस्था ‘सलकिया हिन्दी साहित्य गोष्ठी ‘के तत्वावधान में रामनवमी के शुभ अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रणजीत भारती ने कहा कि श्रीराम श्री हरि विष्णु के सातवें अवतार हैं। इन्होंने त्रेतायुग में रावण का संहार करने के लिए पृथ्वी पर अवतार लिये थे। इसलिए भगवान राम अपने स्वभाव, गुणों तथा कर्मों के कारण मर्यादा पुरुषोत्तम कहलाएं। वरिष्ठ साहित्यकार कृष्ण कुमार दुबे ने कहा कि श्री राम बेहद धैर्यवान हैं। रामजी ने माता कैकयी की आज्ञा का पालन करते हुए 14 साल तक अपना जीवन वनवास में बिताया। भगवान श्री राम को आदर्श और मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। दूसरे सत्र में कविताओं का दौर चला जिसमें सभी रचनाकारों ने राम पर केंद्रित कविताएं सुनाकर खूब वाहवाही बटोरीं। कार्यक्रम का शुभारंभ वरिष्ठ शिक्षक व कवि कालिका प्रसाद उपाध्याय ‘अशेष ‘ने सरस्वती वंदना की तत्पश्चात कवियों में राम पुकार सिंह ‘पुकार गाजीपुरी ‘,नन्दलाल सेठ ‘रोशन ‘,नन्दू बिहारी, कमल पुरोहित अपरिचित, डाॅ सुभाष चंद्र शुक्ल, विश्वजीत शर्मा ‘सागर ‘,चित्रा राय, चन्द्रभानु गुप्त ‘मानव ‘,वंदना पाठक, डाॅ राजन शर्मा, मोहम्मद अय्यूब, अशेष, रणजीत भारती कृष्ण कुमार दुबे तथा वरिष्ठ गीतकार चन्द्रिका प्रसाद पाण्डेय ‘अनुरागी ‘ने राम पर कविता सुनाकर राममय जैसा माहौल बन गया। इस पुनीत अवसर पर गोष्ठी अध्यक्ष पुनीत अग्रवाल ने सभी रचनाकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा की। कार्यक्रम का निष्ठापूर्वक संचालन प्रदीप कुमार धानुक ने किया।

 

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