आसनसोल। आसनसोल के विशिष्ट समाजसेवी कृष्णा प्रसाद के द्वारा आगामी 22 फ़रवरी को महाकुंभ स्रान के लिए 2 हजार लोगों को निःशुल्क सड़क मार्ग से ले जाया जा रहां है। इस यात्रा का शुभारम्भ आसनसोल के काली पहाड़ी स्थित मां घाघर बुढ़ी मंदिर परिसर से होगी। जिसे लेकर मां घाघर बुढ़ी मंदिर परिसर में गुरुवार से तीन दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान की शुरुआत हुई प्रथम दिन मां घाघर बुढ़ी की पूजा अर्चना, मेडिकल कैंप, प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान कृष्णा प्रसाद ने कहा कि सभी श्रद्धालु मां घाघर बुढ़ी मंदिर के पवित्र धरती पर पूजा अर्चना किये। आज के यह दृश्य काफी मनोरम था। मां से सभी के लिए सुख शांति और समृद्धि की कामना की गई। उन्होंने बताया कि आने वाले 22 फ़रवरी को महाकुंभ अमृत स्नान के लिए शिल्पांचल से हजारों लोगों को निःशुल्क सड़क मार्ग से ले जाया जायेगा. इस शुभ यात्रा की शुरूआत मां घाघर बुढ़ी मंदिर प्रांगण से की जाएगी। उसके लिए पूरे भव्य तरीका से आज पूजा अर्चना की गई। सुबह में बारिश हुई, यह शुभसंकेत है। कोई भी कार्य होने से पहले थोड़ी सी भी बारिश होने से पूरे ब्रह्माण्ड, प्रकृति, पूरे देवी देवता, गुरु जन, ऋषि मुनि, सतगुरु सभी प्रसन्न होते हैं। कृष्णा प्रसाद ने कहा कि जो कार्य होने का रहा है, वह विश्व स्तरीय कार्य है, जो इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा। यह ऐतिहासिक कार्य है, ऐतिहासिक पल है, उनकी टीम, शिल्पांचल के पुरोहित, मां घाघर बुढ़ी के पुरोहित, देवघर के पुरोहित, काली पहाड़ी धर्म चक्र सेवा समिति के अध्यक्ष, सचिव, संस्थापक व पूरे सदस्य सहित शिल्पांचल के सभी श्रद्धालु मिलकर मां घाघर बुढ़ी की भव्य रूप से पूजा किए। मां से प्रार्थना की गई कि शिल्पांचल से लगभग 2 हजार श्रदालुओं को लेकर महाकुंभ स्नान के लिए जा रहे है। हे मां तुम मुझे शक्ति दो, रास्ते में कोई विघ्न बढ़ाए न हो, यात्रा मंगलमय हो। अमृत स्नान कर उसी प्रकार से सभी खुशी खुशी आए। उन्होंने कहा कि पहले 18 बस किया गया था। पूर्णार्थियों की इच्छा को देखते हुए 27 बस की गई है। 20 चार पहिया वाहन की गई। शिल्पांचल से लगभग 2 हजार पूर्णार्थियों को निःशुल्क अमृत स्नान के लिए ले जाया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन विजय प्रकाश ने किया।
