जामुड़िया । जामुड़िया थाना क्षेत्र अंतर्गत चिंचुड़िया डांगालपाड़ा गांव में महिलाओं ने शुक्रवार को बालू लदे एवं भारी वाहनों की आवाजाही के खिलाफ सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। विशेष रूप से अनियंत्रित गति से चलने वाले बालू लदे ट्रकों को रोकने की मांग की गई। इस आंदोलन को पश्चिम बंग गोवाला समाज के लोगों का नैतिक समर्थन मिला। इस बारे में स्थानीय महिलाओं ने कहा कि वह अपने इलाके में बड़ी गाड़ियों के परिवहन होने नहीं देंगे उनका कहना है कि बच्चे स्कूल जाते हैं और भी लोग अपने जरूरी काम से बाहर निकलते हैं ऐसे में अगर इस क्षेत्र में बड़ी गाड़ियां चलेंगी तो उनको जान का खतरा रहता है इसलिए वह अपने क्षेत्र में बड़ी गाड़ियों के परिचालन को नहीं होने देगी उन्होंने कहा कि जिस तरह से बालु से लोड गाड़ियां उनके क्षेत्र में बेतहाशा गति से चलती है उससे कभी भी कोई बड़ा खतरा हो सकता है उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति दुर्घटना का शिकार हुआ था उसका अभी भी इलाज चल रहा है इसलिए उन्होंने यह पदम उठाया है हालांकि इस बारे मेंजब हमने बालू गाड़ी के परिवहन से जुड़े एक व्यक्ति से बात की तो उन्होंने कहा कि सरकार को फीस देकर और सरकारी नियम मानते हुए उन्होंने बालू घाट का टेंडर लिया है अब यहां पर स्थानीय स्तर पर भी 200 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है लेकिन फिर भी स्थानीय कुछ लोग हाल ही में उनके पास आए थे और उनकी मंशा थी कि कंपनी से कुछ पैसे लिए जाएं उन्होंने साफ कहा कि जब उन्होंने सरकार को फीस देकर कानूनी तरीके से बालू घाट का टेंडर लिया है तो वह किसी को किस तरह से पैसे नहीं देंगे वहीं स्थानीय लोगों द्वारा कंपनी की गाड़ियों के बेताहाशा गति से परिचालन के आरोपी को बेबुनियाद करार दिया