कोलकाता । पश्चिम बंगाल में स्कूल सेवा आयोग (एसएससी) के जरिए शिक्षकों की नियुक्ति में धांधली की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) कर रही है। दूसरी ओर नदिया जिले के कल्याणी में केंद्र सरकार की ओर से विकसित किए जा रहे एम्स में नौकरी के नाम पर हुई कथित ठगी के मामले की जांच राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने शुरू कर दी है। इसमें बांकुड़ा के सांसद सुभाष सरकार, राणाघाट के सांसद जगन्नाथ सरकार, बांकुड़ा के विधायक नीलाद्री शेखर दाना और चाकदा के विधायक बंकिम घोष पर कथित तौर पर अपने प्रभाव का दुरुपयोग कर नियमों के विपरीत नौकरी दिलवाने के आरोप लगाए गए हैं। इन चारों जनप्रतिनिधियों के अलावा भारतीय जनता पार्टी के चार अन्य नेताओं का नाम भी सामने आ रहा है। सीआईडी के एक सूत्र ने बताया है कि इनके खिलाफ प्रताड़ना, आपराधिक षड्यंत्र और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है। इसके पहले कल्याणी थाना मामले की जांच कर रहा था लेकिन गुरुवार को जांच संबंधित सारे दस्तावेज सीआईडी को दे दिए गए हैं।
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क्या है मामला
– मई महीने के दूसरी सप्ताह में सफीकुल इस्लाम नाम के मुर्शिदाबाग के रहने वाले एक व्यक्ति ने कल्याणी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। उन्होंने अपने लिखित शिकायत पत्र में बताया था कि वह एक नौकरी प्रार्थी हैं। उन्हें पता चला है कि भाजपा के नेता अपने पद और प्रभाव का दुरुपयोग कर नियमों के विपरीत अपने लोगों को कल्याणी एम्स में नौकरी दिलवा रहे हैं। उन्होंने उक्त दोनों सांसदों और दोनों विधायकों के अलावा जिला और राज्य के कई अन्य भाजपा नेताओं का नाम लिया था जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की थी। अब सीआईडी ने जांच अपने हाथ में ले ली है। खबर है कि इन चारों नेताओं को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है।