गणतंत्र दिवस की परेड में सेना के आधुनिक हथियारों के साथ दिखेगी ‘आत्मनिर्भर भारत’ की झलक

नई दिल्ली, 17 जनवरी । गणतंत्र दिवस परेड में इस बार देशवासियों को भारतीय सेना के स्वदेशी और अत्याधुनिक हथियार, मिसाइल सिस्टम, टैंक, आधुनिक कम्युनिकेशन यंत्र और विशेष वाहन देखने को मिलेंगे।

इनमें नाग मिसाइल सिस्टम, टी-90 भीष्म टैंक, सारथ टैंक, ब्रह्मोस मोबाइल लॉन्चर, चेतक ऑल टेरेन व्हीकल, बजरंग लाइट स्पेशलिस्ट वाहन, अग्निबाण मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर शामिल हैं।

इनके अलावा गणतंत्र दिवस पर भारतीय सेना अपने कपिध्वज स्पेशलिस्ट मोबिलिटी वाहन, आधुनिक नंदीघोष क्विक रिएक्शन फोर्स वाहन, शॉर्ट ब्रिज सिस्टम, संजय बैटल फील्ड सर्विलांस सिस्टम, आकाश मिसाइलों से लैस आकाश आर्मी लॉन्चर का भी प्रदर्शन करेगी। पिछले काफी समय से सेना के जवान गणतंत्र दिवस परेड के लिए रिहर्सल कर रहे हैं।

इस बार सिग्नल रेजिमेंट की महिला अधिकारी रितिका भी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा हैं। आईएएनएस से विशेष बातचीत के दौरान सैन्य अधिकारी रितिका ने बताया कि सूर्योदय से पहले वे और उनका पूरा मार्चिंग दल जाग जाता है। तड़के 4 बजे उनके साथ मार्चिंग दल समेत परेड में शामिल होने वाले सभी जवान विजय चौक पहुंच जाते हैं और प्रैक्टिस करते हैं।

रितिका बताती हैं कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाली परेड का हिस्सा बनने पर वह गौरवान्वित महसूस कर रही हैं और इसे शब्दों में बताना मुश्किल है। आज मार्चिंग दल के साथ खड़ा होना कड़ी मेहनत का नतीजा है।

वहीं, जम्मू और कश्मीर राइफल्स के मार्चिंग दल का नेतृत्व मेजर विक्रमजीत सिंह कर रहे हैं। उन्होंने इसे बेहद गर्व की बात बताया। उन्होंने कहा कि उनके रेजिमेंट का मार्चिंग दल गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने जा रहा है। यह उनके और पूरी रेजिमेंट के लिए बेहद गर्व की बात है। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ भी उनकी रेजिमेंट से हैं। यह व्यक्तिगत तौर पर काफी गर्व की बात है कि जब उनका मार्चिंग दस्ता सुप्रीम कमांडर यानी राष्ट्रपति को सैल्यूट दे रहा होगा तो वहां मौजूद आर्मी चीफ के लिए भी गर्व का अवसर होगा।

मेजर सिंह का कहना है कि पूरे देश के युवा इस परेड को देखकर प्रेरणा ले सकते हैं। फोर्स देश सेवा के लिए सबसे अच्छा माध्यम है।

कई बार बेस्ट मार्चिंग दस्ते का अवॉर्ड जीत चुकी आर्मी की ‘ब्रिगेड ऑफ द गॉड्स’ के अधिकारी रवींद्र भारद्वाज ने कहा कि इस बार भी उनका दल पूरी शिद्दत से बेस्ट मार्चिंग दस्ते का खिताब जीतने का प्रयास करेगा। उनके पूर्वजों की विरासत को देखते हुए उनके लिए यह एक बड़ा चैलेंज और दायित्व है। उनका मार्चिंग दल पिछले 4-5 महीनों से परेड के लिए कड़ी मशक्कत कर रहा है और इस पर खरा उतरना ही उनका उद्देश्य है।

–आईएएनएस

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