भारतीय मछुआरे स्वदेश लौटे : 70 दिनों तक बांग्लादेश में बंद रहने के बाद गंगासागर में ममता बनर्जी से मुलाकात

कोलकाता, 06 जनवरी । लगभग ढाई महीने के बाद बांग्लादेश में बंद 95 भारतीय मछुआरे सोमवार को स्वदेश लौटे। दोपहर 12 बजे इन मछुआरों को ट्रॉलर के माध्यम से गंगासागर लाया गया। इस दौरान सुंदरबन विकास मंत्री बंकिम हाजरा और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, जो गंगासागर मेले की तैयारियों की समीक्षा के लिए वहां पहुंची थीं, ने मछुआरों से मुलाकात की और उनके परिवारों से बातचीत की।

रविवार को बंगाल की खाड़ी में भारत और बांग्लादेश के बीच अंतरराष्ट्रीय जलसीमा पर कैदियों का आदान-प्रदान हुआ। इस प्रक्रिया में दोनों देशों के कोस्ट गार्ड और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे। बांग्लादेश ने भारत को 95 मछुआरों को सौंपा, जबकि भारत ने बांग्लादेश को उसके 90 मछुआरों को लौटाया। ये सभी मछुआरे अंतरराष्ट्रीय जलसीमा का उल्लंघन करने के आरोप में बंद थे।

मुख्यमंत्री की त्वरित कार्रवाई

काकद्वीप और नामखाना के मछुआरों के बांग्लादेश में बंद होने की खबर मिलने के बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी वापसी के लिए त्वरित कदम उठाए। राज्य सरकार ने केंद्र का ध्यान इस मामले की ओर आकर्षित किया और मछुआरों के परिवारों की स्थिति की जानकारी ली।

हाल ही में, बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने एक आदेश जारी कर बताया कि इन 95 भारतीय मछुआरों पर लगे मुकदमों को वापस लिया जा रहा है। साथ ही, छह जब्त ट्रॉलरों को भी लौटाने का फैसला किया गया। इसके जवाब में भारत के गृह मंत्रालय ने बांग्लादेश के 90 मछुआरों को रिहा करने का आदेश दिया।

मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद राहत

गंगासागर पहुंचने पर मछुआरों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनकी परेशानियों को सुना और उनके परिवारों को भी सांत्वना दी। मछुआरों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात को अपनी राहत का बड़ा कारण बताया। लौटने के बाद मछुआरों ने अपनी कठिनाइयों के बारे में बताया। उन्होंने बांग्लादेशी अधिकारियों के सहयोग की भी सराहना की।

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