कोलकाता । भागवताचार्य श्रीनिवास शर्मा श्रीजी ने पी एस मैग्नम, वी आई पी रोड में श्रीमद्भागवत कथा में व्यास पीठ से कहा श्रीमद्भागवत् कथा श्रवण करने से श्रद्धालु भक्त की भगवान में तन्मयता हो जाती है । उन्होने कहा धर्म जगत में जितने भी योग, यज्ञ, तप, अनुष्ठान आयोजित किये जाते हैं उन सब का एक लक्ष्य होता है आस्था, तन्मयता से प्रभु भक्ति । श्रीमद्भागवत् के प्रारंभ में सत्य की वन्दना की गई है क्योंकि सत्य व्यापक है, सत्य सर्वत्र है और सत्य की चाह सबको होती है । श्रीमद्भागवत कथा के प्रारंभ में वेदव्यास जी ने सत्य की वंदना के द्वारा मंगलाचरण किया है और भागवत कथा का विश्राम भी सत्य की वन्दना द्वारा किया है । मानव जीवन का परम धर्म यही है कि जीवन में अपने इष्ट देवी – देवताओं की भक्ति करें । श्रीकृष्ण ने स्वयं कहा मै भक्तन को दास, भक्त मेरे मुकुटमणि । पवित्र मन से भगवान की भक्ति करने से भगवान की कृपा होती है । सुशील अग्रवाल, मुकेश अग्रवाल, रवि गोयल, श्रीबल्लभ दुजारी, समितेष अग्रवाल, चन्द्र प्रकाश गाड़ोदिया, ओम प्रकाश तोसावड़, एस के गांधी, आलोक पोद्दार, नारायण दास भट्टड़, विनोद तोषनीवाल, आलोक परसरामपुरिया, बिमल अग्रवाल, राजेश गर्ग, नीलू अग्रवाल, शशि अग्रवाल, अनिता दुजारी, सरोज अग्रवाल, मंजू कुलथिया, ममता अग्रवाल, रेखा सिंह, संजय पृथानी, सुचित्रा भानीरामका, संतोष तोसावड, मीनाक्षी चांदगोठिया एवम श्रद्धालुओं ने व्यास पीठ का पूजन किया ।