कोलकाता। राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वरिष्ठ भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी अधिकारी के घर पार्टी के सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को मध्यान्ह भोज किया है। खास बात यह है कि इसी घर में शुभेंदु अधिकारी के भाई और तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिव्येंदु अधिकारी भी रहते हैं। इसलिए उनकी दिलीप से मुलाकात हुई है। दोनों ने एक-दूसरे का अभिवादन किया है और हालचाल जाना है। इस बारे में मीडिया से मुखातिब दिव्येंदु अधिकारी ने कहा कि कोई घर आता है तो उसका स्वागत किया ही जाना चाहिए। यह शिष्टाचार है और इसे नहीं छोड़ा जा सकता।
दरअसल शुक्रवार को कांथी न्यायालय में दो अलग-अलग मामलों में हाजिरी लगाने के लिए दिलीप घोष पहुंचे थे। 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान अमित शाह के साथ एक कार्यक्रम को उन्होंने संबोधन किया था। उसी दौरान उनके खिलाफ भड़काऊ भाषण को लेकर प्राथमिकी हुई थी। इसी मामले में उन्होंने कोर्ट में हाजिरी लगाई। इसके अलावा 2001 के एक पुराने मामले में भी उन्होंने कोर्ट में हाजिरी दी। इसके बाद सीधे शांतिकुंज स्थित अधिकारी परिवार के घर पहुंचे। यहां उन्होंने अन्य कार्यकर्ताओं के साथ भोजन किया है। न्यायालय में भी दिव्येंदु अधिकारी पहुंचे थे क्योंकि उन्हें भी एक मामले में हाजिरी देनी थी। वहां भी दोनों की मुलाकात हुई और वहीं से एक साथ घर भी गए। बाद में दिव्येंदु अधिकारी ने कहा कि जब वाममोर्चा का शासन था तब भी हमारे घर बड़े-बड़े सीपीएम के नेता आते थे और बाद में तृणमूल शासन के दौरान भी कांग्रेस के बड़े नेता यहां आते रहे हैं। ऐसे में जब भाजपा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता दिलीप घोष यहां आए हैं तो इसे दूसरी नजर से नहीं देखा जाना चाहिए। कोई अगर घर आना चाहता है तो निश्चित तौर पर उसका स्वागत किया जाना चाहिए। यही शिष्टाचार है और इसे नहीं छोड़ा जा सकता।