कोलकाताः बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यक हिन्दुओं पर जिस प्रकार हमला किया जा रहा उन्हें चुन चुन कर निशाना बनाया जा रहा है वह सरासर मानवाता व मानवाधिकार का हनन है। इस पर सरकार को उचित कदम उठाना चाहिए। उक्त बातें विश्व मानवाधिकार दिनवस के मौके पर धर्मतल्ला के रानी रासमणि रोड पर कमेटी फार प्रोटेक्शन आफ डेमोक्रेटिक राइट्स (सीपीडीआर) द्वार आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता मनोज सिंह पराशर ने कही। उनहोंने यह भी कहा कि जेल में उम्र कैद अथवा अन्य जुर्म में सजा काट रहे बुगुर्जों व बीमार कैदियों को रिहा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में हर एक घंटे में जेल की हिरासत में कैदी की मौत हो रही है। इस विषय में ध्यान देने की आवश्यकता है। इस सभा की अध्यक्षता संगठन के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष दयामय विश्वास ने की। कार्यक्रम का संचालन दुलाल घोष ने किया। मौके पर उपस्थित मोहम्मद मोइनुद्दीन तथा राजीव जायसवाल एवं अन्य वक्ताओं ने भी अपना वक्तव्य रख। कार्यक्रम में भारी संख्या में सीपीडीआर के कार्यकर्ता मौजूद थे।