रानीगंज। पश्चिम बंगाल की सांस्कृतिक धरोहरों में से एक, रानीगंज के शालडांगा बाउरी पाड़ा में स्थित शालडांगा श्यामा संघ क्लब में इस वर्ष 72वीं बार काली पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस आयोजन का महत्व केवल धार्मिक अनुष्ठानों तक सीमित नहीं, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक परंपराओं और सामुदायिक एकता का प्रतीक भी है। इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पश्चिम बर्धमान जिला परिषद सभाधिपति विश्वनाथ बावड़ी,आसनसोल नगर निगम के एमएमआईसी दिव्येंदु भगत,एमएमआईसी सिद्धार्थ राणा,तृणमूल कांग्रेस के रानीगंज टाउन अध्यक्ष रूपेश यादव,सदन कुमार सिंह, संदीप भालोटिया,और पूर्व चेयरमैन गौतम घटक सहित कई गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। इस दौरान क्लब के सचिव नंदू बाउरी ने बताया कि वर्ष 1952 से इस स्थान पर काली पूजा का आयोजन किया जा रहा है, जो स्थानीय निवासियों के लिए गर्व और उत्सव का महत्वपूर्ण अवसर है। उन्होंने बताया कि इस साल भी काली पूजा का आयोजन भव्यता से किया गया, जिसमें क्लब के सभी सदस्यों और स्थानीय निवासियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
पूजा के दौरान बच्चों और महिलाओं के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। क्लब के अध्यक्ष प्रकाश बाउरी ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी समाज के सभी वर्गों के लिए कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं, जो सांस्कृतिक समृद्धि को प्रकट करते हैं। इस दौरान बच्चों और महिलाओं ने खेलों में भाग लेकर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
इस विषय में जिला परिषद सभाधिपति विश्वनाथ बाउरी ने कहा कि काली पूजा बंगाल का प्रमुख पर्व है, जिसे धूमधाम से मनाने का उद्देश्य नई पीढ़ी को बंगाल की सांस्कृतिक धरोहर से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजनों के माध्यम से बच्चों को मंच मिलता है जहां वे अपनी प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं, और राज्य स्तर पर क्षेत्र का नाम रोशन कर सकते हैं। इस दौरान क्लब के अध्यक्ष प्रकाश बाउरी, सचिव नंदू बाउरी,उपाध्यक्ष सोनू गुप्ता,सह सचिव शुभो बाउरी,जय मंडल,संभु बाउरी, काजी बाउरी,बिस्वजीत बाउरी,नमिता बाउरी, पिंटू गुप्ता,मीरा बाउरी,राधा बाउरी और अन्य सदस्यों ने आयोजन की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।