कोलकाता । पश्चिम बंगाल में शिक्षक नियुक्ति के एक और मामले में कथित तौर पर धांधली का दावा करते हुए कलकत्ता उच्च न्यायालय में जनहित याचिका लगी है। भाजपा नेता और अधिवक्ता तरुण ज्योति तिवारी ने बुधवार को इस मामले में जनहित याचिका लगाई है जिस पर जल्द सुनवाई के आसार हैं। उन्होंने दावा किया है कि 2014 में करीब 40 हजार से अधिक प्राथमिक शिक्षकों की नियुक्ति हुई थी। इसमें बड़े पैमाने पर धांधली हुई थी। घटना की सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग करते हुए उन्होंने बताया है कि 2019 में उत्तर दिनाजपुर के स्वदेश दास ने हाईकोर्ट में ही एक मामला किया था जिसमें उन्होंने दावा किया था कि उन्हें नौकरी का नियुक्ति पत्र तो मिला था लेकिन बाद में पता चला था कि उन्हें नौकरी नहीं दी गई है। बाद में हाईकोर्ट के आदेश पर उन्हें नौकरी मिली। इसके अलावा 100 से अधिक ऐसे लोग सामने आए हैं जिनके साथ ऐसा ही किया गया है। इसमें से कई ऐसे लोगों के बारे में पता चला है जिनकी नियुक्ति के लिए वर्तमान शिक्षा मंत्री ब्रात्य बसु ने सिफारिश की थी और उन्हें केवल इसलिए नौकरी दी गई क्योंकि वह सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे। उनकी शिक्षक की कोई योग्यता नहीं थी। यहां तक कि इस नियुक्ति में बड़े पैमाने पर घूस भी ली गई है इसलिए ईडी से भी मामले की जांच की मांग उन्होंने की है। सूत्रों ने बताया है कि आगामी 10 मई को प्रधान न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की खंडपीठ में मामले की सुनवाई हो सकती है।