
विष्णु दास – SDO, चंदननगर
हुगली से विरेन्द्र राय की रिपोर्ट:
हुगली. डाना चक्रवात का खौफ न केवल आमजन को भयभीत कर रहा है, बल्कि हुगली जिला प्रशासन को भी पूरी तरह सतर्क कर दिया है. चक्रवात के मद्देनजर हुगली जिला प्रशासन ने व्यापक सावधानी बरतते हुए तैयारी शुरू कर दी है. मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार, चक्रवात ‘डाना’ हुगली जिले में गंभीर असर डाल सकता है. इस संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए हुगली की जिलाधिकारी मुक्ता आर्या किसी भी स्थिति को हल्के में नहीं ले रही हैं.
डाना चक्रवात से पहले कई तूफान आए, लेकिन मई 2020 में आए ‘आम्फन’ चक्रवात ने पूरे पश्चिम बंगाल में भीषण तबाही मचाई थी और व्यापक नुकसान हुआ था. इस कारण जिलाधिकारी मुक्ता आर्या पहले से ही स्थिति को गंभीरता से लेते हुए विभिन्न तैयारियों की समीक्षा कर रही हैं. 21 अक्टूबर से जिलाधिकारी ने एडीएम, एसडीओ, बीडीओ सहित जिले के प्रमुख अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की हैं, ताकि राहत कार्यों को समय पर और प्रभावी ढंग से संचालित किया जा सके.
इनके अलावा, जिले की 12 नगर पालिकाओं के चेयरमैन और चंदननगर नगर निगम के मेयर व उनके प्रतिनिधियों के साथ भी बैठक की गई. साथ ही, जिले की 18 ग्राम पंचायतों के प्रधान और उनके प्रतिनिधियों के साथ भी राहत और बचाव कार्यों पर चर्चा की गई. इस संबंध में चंदननगर के एसडीओ विष्णु दास ने प्रेस को जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी मुक्ता आर्या भी नदी तटीय इलाकों का दौरा की है जिलाधिकारी के निर्देश पर मै भी नदी तटीय इलाकों का दौरा कर लोगों को सतर्क कर रहा हूं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ओंकार सिंह मीणा को डाना चक्रवात की स्थिति पर नजर रखने का हुगली का विशेष प्रभार सौंपा है.
