ईसीएल के न्यू केंदा ओसीपी मे तीसरे दिन भी भू धसान,ब्लास्टिंग तथा पुनर्वास की समस्या को लेकर उत्पादन तथा ट्रांसपोर्टिंग ठप

जामुड़िया। ईसीएल केंदा एरिया अंतर्गत न्यू केंदा कोलियरी के न्यू केंदा ओसीपी का उत्पादन तथा ट्रांसपोर्टिंग गुरुवार तीसरे दिन भी ठप रहा।भू धसान,ब्लास्टिंग तथा पुनर्वास की समस्या को लेकर मंगलवार शाम से केंदा ग्राम बचाओ कमिटी के बैनर तले स्थानीय ग्रामीण न्यू केंदा ओसीपी में धरना दे रहे है जो गुरुवार तीसरे दिन भी जारी रही।इस दौरान ग्रामीण न्यू केंदा ओसीपी परिसर में ही खाना बना का खा रहे है तथा धरना देते हुए आंदोलन कर रहे है।वही ग्रामीणों द्वारा धरना देने के कारण न्यू केंदा ओसीपी का उत्पादन तथा ट्रांसपोर्टिंग पूरी तरह बंद पड़ा हुआ है जिसके कारण ईसीएल को करोड़ों का नुकसान हो चुका है।धरना प्रदर्शन ने शामिल स्थानीय ग्रामीण चिन्मय बाउरी ने कहा की न्यू केंदा ओसीपी में ब्लास्टिंग के कारण आस पास के इलाकों में रहने वाले लोगों के घरों में दरार पड़ रही है तथा भू धसान की घटना घटित हो रही है।वही ईसीएल प्रबंधन ग्रामीणों की समस्या दो दरकिनार कर केवल कोयला उत्पादन पर जोर दे रही है।उन्होंने कहा की ईसीएल प्रबंधन ग्रामीणों को पुनर्वासित करने का केवल आश्वाशन दे रही है लेकिन इसके लिए कोई सार्थक पहल नहीं किया जा रहा है।उन्होंने कहा की विगत मंगलवार को ईसीएल केंदा एरिया के महाप्रबंधक द्वारा अपने कार्यालय में बैठक बुला समस्या के समाधान करने की बात कही गई थी लेकिन पूरे दिन ग्रामीणों को एरिया कार्यालय के बाहर इंतजार कराया गया तथा कोई बैठक नहीं किया गया जिसके कारण बाध्य होकर आंदोलन का रूख अपनाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है।मालूम हो की न्यू केंदा ओसीपी का उत्पादन तथा ट्रांसपोर्टिंग ठप रहने से ईसीएल की करोड़ों का नुकसान हो रहा है।ईसीएल सूत्रों के मुताबिक न्यू केंदा ओसीपी से प्रतिदिन 100 ट्रक कोयला का उत्पादन तथा ट्रांसपोर्टिंग होता है।वही लगभग ढाई लाख टन कोयला का उत्पादन होता है जिसका प्रति टन कीमत लगभग 10 हजार रुपया बताया जा रहा है।ऐसे में विगत तीन दिनों से न्यू केंदा ओसीपी के बंद रहने से ईसीएल को कई करोड़ का नुकसान हो चुका है।ग्रामीणों के धरना प्रदर्शन के दौरान भरी संख्या में महिला,पुरूष तथा बच्चे शामिल है।वही काम बंद रहने की वजह से न्यू केंदा ओसीपी में सभी वाहन खड़े है।

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