पीएम मोदी ने बाइडेन के साथ वार्ता में यूक्रेन पर कही बड़ी बात, हमने पुतिन को जेलेंस्की से सीधी बात का सुझाव दिया

 

नई दिल्ली. रूस और यूक्रेन युद्ध से विश्व व्यवस्था में आई आमूल चूल परिवर्तन के बीच दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्र भारत और अमेरिका के राष्ट्राध्यक्षों के बीच आज अहम बातचीत हुई. इस बैठक को लेकर दुनिया भर की नजरें लगी हुई हैं. पश्चिमी देश भारत पर रूस के खिलाफ जाने का दबाव बना रहा है लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच वर्चुअल बैठक में भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि हम सिर्फ शांति के पक्षधर हैं. उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति से कहा, रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. मैंने कई बार यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है और हर हमने शांति की अपील की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह भी कहा, मैंने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति से सीधी बातचीत की भी अपील की है.

भारत और अमेरिका स्वभाविक साझीदार
पीएम मोदी ने कहा, आज हमारे रक्षा और विदेश मंत्री टू प्लस टू बैठक में मिलेंगे. उससे पहले हमारे और आपके बीच की यह मुलाकात इस बैठक की दिशा को तय करने के लिए महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा, पिछले साल जब मैं अमेरिका आया था तब आपने कहा था भारत और अमेरिकी पार्टनरशिप बहुत सी विश्विक समस्याओं के समाधान में योगदान दे सकते हैं. मैं आपकी बात से पूर्णतया सहमत हूं. विश्व के दो सबसे बड़े पुराने और बड़े लोकतांत्रिक देशों के रूप में हम स्वभाविक साझीदार हैं. पिछले कुछ वर्षों में हमारे संबंधों में जो प्रगति हुई है और जो नया आयाम आया है, आज से एक दशक पहले शायद किसी ने ऐसी कल्पना नहीं की होगी. पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति महोदय आज हमारी आपसे बातचीत ऐसे समय में हो रही है जब यूक्रेन में स्थिति बहुत चिंताजनक बनी हुई है. कुछ समय पहले तक 20 हजार से ज्यादा भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए थे. काफी मेहनत के बाद हमने वहां से उनको निकाला.

बूचा की घटना निंदनीय, निष्पक्ष जांच की मांग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, इस घटनाक्रम के दौरान मैंने दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से कई बार फोन पर बात की. हमने हमेशा दोनों राष्ट्रपतियों से शांति की अपील की. पीएम मोदी ने कहा, दोनों देशों के राष्ट्रपतियों से जब भी बात की, हमेशा न केवल शांति की अपील की बल्कि राष्ट्रपति पुतिन को यूक्रेन के राष्ट्रपति से सीधी बातचीत का सुझाव भी दिया. हमारी संसद में यूक्रेन के विषय पर बहुत विस्तार से चर्चा हुई. हाल ही में बूचा शहर में निर्दोष नागरिकों की मौत बहुत ही चिंताजनक थी और हमने इसकी तुरंत निंदा की और इसकी निष्पक्ष जांच की मांग की. हम आशा करते हैं जल्द ही रूस और यूक्रेन की बीच जल्द ही बातचीत से शांति का मार्ग निकलेगा. हमने यूक्रेन में आम नागरिकों की सुरक्षा और उनको मानवीय आपूर्ति पर भी बल दिया है.

अमेरिका के साथ मित्रता अभिन्न अंग
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाइडेन से कहा, हमने यूक्रेन में अपनी तरफ दवाइयों और अन्य राहत सामग्री यूक्रेन और पड़ोसी देशों को भेजी है. आज यूक्रेन की मांग पर शीघ्र ही हम दवाइयों की एक और खेप भेज रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, आपने अपने कार्य़काल के शुरुआत में एक महत्वपपूर्ण स्लोगन दिया था. डेमोक्रेसी कैन डिलिवर. भारत और अमेरिका के पार्टनरशिप की सफलता इस स्लोगन को सार्थक करने का सबसे उत्तम जरिया है. इस साल भारत अपनी स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मना है और हम दोनों देश अपनी कूटनीतिक संबंधों की भी 75 वीं सालगिरह मना रहे हैं. हमें विश्वास है कि भारत की अगली 25 साल की विकास यात्रा में अमेरिका के साथ हमारी मित्रता एक अभिन्न अंग रहेगी.

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