
कोलकाता, १० मई। भँवरलाल मल्लावत सेवा केन्द्र (अंतर्गत सेवा भारती) के रजत जयंती वर्ष पूर्ण होने पर स्थापना दिवस समारोह का अयोजन संस्था कार्यालय ४२, काली कृष्णा टैगोर स्ट्रीट में किया गया।
इस अवसर पर डॉ मनमोहन लखानी, डॉ प्रदीप अग्रवाल एवं डॉ शरत चंद्र मंत्री का केंद्र में उनके द्वारा की गई निस्वार्थ सेवा के लिए तिलक लगाकर, शॉल ओढ़ाकर तथा श्रीफल भेंट कर विशेष रूप से सम्मान किया गया। डॉ मनमोहन लखानी ने एक्यूप्रेशर पद्धति से उपचार की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सेवा भाव से किया गया उपचार सफल भी होता है और फल भी देता है। डॉ प्रदीप अग्रवाल ने डॉ मनमोहन लखानी से सीखे हुए अनुभवों की चर्चा करते हुए उन्हें अपना गुरु बताया। महावीर बजाज ने अक्षय तृतीया की महत्ता बताई। डॉ विजय हरभजनका ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया तथा धन्यवाद ज्ञापन दिया डॉक्टर शरद चंद्र मंत्री ने।
संयोजक अरुण प्रकाश मल्लावत ने सतत सेवा हेतु उपस्थित चिकित्सकों के कार्यों की सराहना की। उन्होंने बताया कि सेवा केंद्र गत २५ वर्षों से नियमित रूप से चल रहा है।
ध्यातव्य है कि समाज सेवा के पर्याय कर्मयोगी भँवर लाल मल्लावत अल्पायु मे ही स्वर्गवास से पूर्व सामाजिक सेवाओ में सक्रिय थे। उन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम बंगाल के प्रांतीय व्यवस्था प्रमुख एवं कोलकाता महानगर के सहकार्यवाह का दायित्व था। १९७६ में स्वर्गवास से पूर्व कलकत्ता पिंजरापोल सोसाइटी तथा मारवाड़ी रिलीफ सोसाइटी जैसी विभिन्न संस्थाओं से जुड़ कर सेवा कार्य करते रहे। उनकी स्मृति में चलने वाले सेवा केन्द्र में सू-जोक, क्युप्रेशर एवं एक्यूपंक्चर पद्धति द्वारा रोगियों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। आचार्य विष्णुकांत शास्त्री, समाजसेवी जुगल किशोर जैथलिया, गणेश नारायण सुलतानिया, विनय कृष्ण रस्तोगी, जगदीश प्रसाद शाह, सत्य नारायण खरकिया आदि संस्था के संरक्षक रहे हैं।
रामगोपाल सूंघा, डॉ सुरेश गुप्ता, सत्यनारायण मोरीजावाला, अशोक दुबे, निलांजन चटर्जी, राजू जोशी, राजू लाठ, तेज बहादुर सिंह, राजकुमार भल्ला, कमल शाह, गीता सिन्हा, डॉ. सुनीता राठी, सरिता जायसवाल, लिपिका लूनिया, गायत्री बजाज, चंद्रा चटर्जी, उषा पांडे आदि उपस्थित रहे।
